अतुल्य भारत चेतना
समंदर सिह राजपूत
धार। मध्यप्रदेश की सरकार भ्रष्ट नर्सिंग काॅलेज के मालिको के हाथ का खिलौना बन चुकी है सरकार को हमारी स्पष्ट चेतावनी है कि अगर उसने नर्सिंग काॅलेज संचालको को बचाने के लिए आदिवासी वर्ग के विद्यार्थियो की छात्रवृत्ती रोकी और छात्रो का हक मारा तो सरकार को चेन से सोने नही दिया जाएगा और आगामी विधानसभा सत्र मे विद्यार्थियो के हक की आवाज मजबूती से बुलंद करेंगे। वर्ष 2020 से आदिवासी वर्ग के नर्सिंग विद्यार्थियो को छात्रवृत्ती नही मिली है बच्चो को रोजमर्रा के जीवन मे आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है मध्यप्रदेश के समस्त आदिवासी नर्सिंग विद्यार्थियो को पिछले तीन साल की अवैधानिक तरीके से रोकी गई छात्रवृत्ती एवं आवास भत्ता का लाभ तत्काल प्रदान किया जाए। यह बात सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर धार मे जिला कलेक्टर के नाम पर सौंपे गए ज्ञापन के दौरान कही। ज्ञापन मे बताया गया है कि जनजातीय कार्य विभाग मध्यप्रदेश द्वारा दिनांक 11जुलाई 2024 को आदेश जारी कर आदिवासी नर्सिंग विद्यार्थियो की छात्रवृत्ती एवं आवास भत्ता सुविधा पर अस्थाई रोक लगाई गई है उस प्रकरण या किसी भी प्रकरण मे न्यायालय द्वारा आरक्षित विद्यार्थियो की छात्रवृत्ती व आवास भत्ता रोकने के लिए कभी भी कोई आदेश नही दिया गया है बल्कि न्यायालय के आदेशो के आधार पर प्रदेश के समस्त नर्सिंग विद्यार्थियो को परीक्षा एवं पढाई के लिए स्वीकार किया गया है फिर चाहे काॅलेज उपयुक्त हो या अनुपयुक्त ही क्यो न हो। जब न्यायालय ने कोई आदेश नही दिया तो जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारी जो स्वयं संवर्ण वर्ग से आते है एक साजिश के तहत आदिवासी नर्सिंग विद्यार्थियो की छात्रवृत्ती एवं आवास भत्ता पर पिछले तीन साल से अद्योषित रूप से रोक लगाई थी जिसे दिनांक 11जुलाई 2024 को द्योषित रूप से रोक लगाकर आदिवासी नर्सिंग विद्यार्थियो को पढने से रोका जा रहा है जो कि संविधान के मौलिक अधिकार शिक्षा के अधिकार का हनन है। नर्सिंग विद्यार्थियो की छात्रवृत्ती दुसरे व्यक्तियो के खाते मे जा रही है विद्यार्थियो के खाते खुलवाए जाते है जिसकी चेकबुक और एटीएम कालेज संचालको द्वारा ले लिया जाता है। ज्ञापन के दौरान युवक कांग्रेस शहरी जिलाध्यक्ष रोहित कामदार, युवक कांग्रेस शहर अध्यक्ष अभिनव बिंजवा, एनएसयुआई जिला उपाध्यक्ष महेश कुमावत, विकास कटारे, देवा वर्मा, विक्रम गणावा, राज डावर आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।