अतुल्य भारत चेतना | राजकुमार अग्रहरि
सिद्धार्थनगर। लक्ष्मण सदन (कार्यालय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) पर ७८ वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय नगर संघचालक अखिलेश नारायण श्रीवास्तव जी व सह नगर संघचालक श्री मुरलीधर अग्रहरि जी ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर किया । इस दौरान आदरणीय विभाग प्रचारक श्री राजीव नयन जी ने संबोधित करते हुए कहा जिन वीर सपूतों ने अपने वीरता व साहस से देश को आजाद कराने का कार्य किया, जिन माताओं की गोद व बहनों की मांग सूनी हो गई उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं साथ ही प्रभु से प्रार्थना करता हुआ संकल्प लेता हूं कि अखंड भारत इसी युग में देखने को मिले व हम सबको गिलगिट से गारो पर्वत तक आजादी का पर्व मनाने का अवसर प्राप्त होवे। यह भारत अखंड हो। यह धर्म का देश है यहां के प्रत्येक नर – नारी धर्म का आचरण करें। यह प्रभु श्री राम का देश है, कृष्ण का देश है सभी इस विचार को आत्मसात करें। यह राष्ट्रीय पर्व दुनिया को शक्ति बताने वाला पर्व है। आज सौभाग्य है कि एक संघ का स्वयंसेवक व नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे गाने वाला स्वयंसेवक 11वीं बार प्रधानमंत्री के रूप में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज को फहरा रहा है, शेर जैसा दहाड़ रहा है, पूरी दुनिया उसकी बातों को सुन रही है आत्मसात कर रही है। दुनिया के अंदर जहां कहीं भी भारतीय हैं उनका सीना 56 इंच का हो गया है। स्वयंसेवक की दहाड़ सुनकर बड़े से बड़े दुष्टों की जो भारत को तोड़ने की साजिश रचते हैं उनके चूल्हे हिल गए हैं। चारों तरफ राष्ट्रीयता व भारतीता के आधार पर राष्ट्रीय वातावरण बनाकर तैयार है। आज हम सब लोग तिरंगे के सानिध्य में संकल्प लेकर जाएं कि हम लोग स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर आए लेकिन भारत को स्वाधीन करना है ।हम सभी लोग ऐसा संकल्प लेकर जाएं उक्त अवसर जिला प्रचारक श्री विशाल जी, नगर प्रचारक श्री मोहित जी, नगर कार्यवाह श्री सौरभ जी, सह नगर कार्यवाह श्री धनन्जय जी, जिला व्यवस्था प्रमुख श्री मदन मोहन सिंह जी, श्री वशिष्ठ घर द्विवेदी, जिला सद्भाव प्रमुख रामदास पांडेय जी, प्रधानाचार्य श्री राम केवल शर्मा जी, बालिका विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिमा सिंह जी, श्री महादेव जी, श्री दीक्षित जी, श्री विवेक सिंह जी, श्री राजकिशोर चौधरी जी व योगेश कुमार श्रीवास्तव समेत अनेक स्वयंसेवक बन्थुओं की उपस्थिति उल्लेखनीय है ।