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वक्री शुक्र का राशि परिवर्तन तथा विभिन्न राशियों पर पड़ने वाला ज्योतिषीय प्रभाव ज्योतिषाचार्य- पं.वीरेन्द्र कुमार दुबे

By News Desk Sep 21, 2023
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*शुक्र-* काल पुरुष की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह का बड़ा महत्व है। इन्हें दैत्य गुरु भी कहा जाता है। शुक्र ग्रह शिक्षा एवं लेखन संबंधी, उपदेशात्मक कार्य, फिल्म संबंधी कार्य, सौन्दर्य-प्रसाधन सम्बन्धी कार्य, होटल मैनेजमेंट, शेयर, सट्टा, लाटरी, आयात-निर्यात संबंधी कार्य, मेडिकल स्टोर, सफेद वस्तु से सम्बंधित कार्य, कमीशन, एजेंट, अभिव्यक्ति, मीडिया, वैवाहिक सुख, कामुकता एवं वीर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।
7 अगस्त 2023 को वक्री शुक्र सिंह राशि से कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं। वक्री ग्रह बलवान ग्रह के रूप में अपना प्रभाव डालता है। यह गोचरीय परिवर्तन लगभग 103 दिन तक रहेगा। वक्री शुक्र का विभिन्न राशियों पर क्या शुभ-अशुभ प्रभाव होगा, आइए हम इसका विश्लेषण करने का प्रयत्न करते हैं-

मेष-*  इस राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में वक्री शुक्र चौथे भाव में विराजमान होंगे, अतः इस राशि के जातकों के पारिवारिक सुखों में वृद्धि होगी। मकान, वाहन के सुखों में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में तरक्की का योग बनेगा। मान-सम्मान में वृद्धि और धन में वृद्धि होगी। South-East दिशा से लाभ मिलेगा।

*वृष-*  वृष राशि वाले जातकों का मान-सम्मान बढ़ेगा। चल-अचल संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। भाग्य में वृद्धि और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिल सकते हैं, और किसी नए कार्य की शुरुआत हो सकती है। यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।

*मिथुन-*  मिथुन राशि वाले जातकों के लिए वक्री शुक्र दूसरे भाव में होगा, जिसके परिणामस्वरूप आय एवं व्यय दोनों की स्थिति बनेगी। मकान, वाहन का सुख मिलेगा। तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं। कुल मिलाकर यह गोचर शुभ फलकारक रहेगा।

*कर्क-*  इस राशि के जातकों के लग्न में ही वक्री शुक्र का गोचर रहेगा। इसके परिणामस्वरूप शारीरिक सुखों पर ज्यादा धन व्यय होगा। सुंदरता में निखार आएगा मान-सम्मान में वृद्धि होगी।नौकरी में सफलता व तरक्की मिलेगी। बुरी संगति एवं गलत कार्यों से बचें।

*सिंह-* यह गोचर आपके द्वादश भाव में होगा। व्यय की अधिकता रहेगी। भोग-विलास पर ज्यादा धन खर्च होगा आय से व्यय अधिक रहेगा। बाहर से आमदनी के स्रोत बन सकते हैं। शत्रु परास्त होंगे।

*कन्या-* वक्री शुक्र आपके लाभ भाव में होकर आय में वृद्धि करेंगे। स्त्री पक्ष से लाभ मिलेगा। संतान पक्ष से भी लाभ मिलेगा, परंतु संतान से वैचारिक मतभेद होंगे। गीत-संगीत के क्षेत्र से लाभ प्राप्त होगा।

*तुला-* आमदनी के लिए शुभ रहेगा। कार्य क्षेत्र में बाधा आएगी। तनाव ज्यादा रहेगा। पिता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। संयम बरतें। कार्य सिद्ध होंगे।

*वृश्चिक-*  स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। कार्यों में सफलता मिलेगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। नौकरी में तरक्की होगी। पुरुषार्थ बढ़ेगा। खर्चों पर नियंत्रण रखें।

*धनु-*  गोचर काल में इस राशि के जातकों को कुछ अच्छा तो कुछ बुरा परिणाम देखने को मिलेगा। परिश्रम ज्यादा करना पड़ेगा। गैरकानूनी कार्यों से दूर रहें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। सावधानीपूर्वक कार्य करें।

*मकर-*  वक्री शुक्र का गोचर मकर राशि वाले जातकों के लिए श्रेष्ठ फलदाई रहेगा। व्यक्तित्व में निखार आएगा।भूमि तथा वाहन से लाभ मिलेगा। गलत आचरण से बचें। जीवनसाथी का ध्यान रखें।

*कुंभ-* आपके लिए यह गोचर शुभ रहेगा। भौतिक सुखों का उपभोग करेंगे। व्यय की अधिकता रहेगी। रोगों से सावधान रहें। जीवन साथी का विशेष ध्यान रखें। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता है।

*मीन-*  यह गोचर आपके पंचम भाव में रहेगा। विद्या, बुद्धि, संतान, धन एवं रोमांस के लिए अच्छा रहेगा। वैवाहिक जीवन ठीक रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। मंत्र सिद्धि प्राप्त हो सकती है।

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