अतुल्य भारत चेतना
अशोक कुमार सोनी
बहराइच।
नगर पंचायत जरवल में एक के बाद एक सरकारी धन को यहाँ चूना लगाया जा रहा है। इस बार यहाँ आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को ही निशाना बना कर उनके ईपीएफ के तकरीबन 60 लाख का घोटाला कर लिया गया।इसकी शिकायत मुख्यमंत्री समेत नगर विकास मंत्री, मंडलायुक्त देवीपाटन, गोंडा डीएम के अलावा अध्यक्ष नगर पंचायत जरवल, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत जरवल से की गई है। सूत्रों के मुताबिक इस नगर पंचायत जरवल में वर्ष 2017 स्ट्रगल लाइव शाॅल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड एवं वेदरत्ना मल्टीसर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इन दोनों के मालिक रत्नाकर मिश्रा के द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भविष्य निधि के रूपयों का गबन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इन दोनो फर्मों से कर्मचारियों के वेतन से 12% फर्म द्वारा ईपीएफ हर माह काटा गया है, जो कि नगर पंचायत जरवल को 13% दिया जाता था। उसको फर्म द्वारा कर्मचारियों के ईपीएफ खाते में जमा ही नही करवाया गया, जिस पर पीड़ित कर्मचारियों ने कई बार फर्म के मालिक रत्नाकर मिश्रा से बात की, लेकिन मौखिक वार्ता को सुन कर अनसुनी कर दिया गया और यह कह कर कि खाता सही करवा रहे है अपना पल्लू झाड़ लिया। सूत्रों का कहना है कि पीड़ित कर्मचारियों को जब इस बात की शंका हुई तो कर्मचारी भविष्य निधि संघटन क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ से जानकारी ली तो वहां बताया गया कि आपकी फर्म द्वारा कोरोना काल मे कर्मचारियों के भविष्य निधि के खातों पर लोन लिया गया है, जिस कारण सभी कर्मचारियों का ईपीएफ खाता सस्पेंड हो गया है। जबकि इस संबंध मे किसी कर्मचारी को कानों कान खबर भी नहीं लग पाई। उक्त फर्म के मालिक को ईओ जरवल खुश्बू यादव ने नोटिस देकर तीन दिन मे जवाब मांगा है।
नगर पंचायत जरवल में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का ईपीएफ घोटाला उजागर
