अतुल्य भारत चेतना
रईस
रूपईडीहा/बहराइच।
रूपईडीहा में जुलूस-ए-मोहम्मदी अकीदत व एहतेराम के साथ निकाला गया। जुलूस में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की। 28 सितंबर को जुलूस-ए-मोहम्मदी जामा मस्जिद से होते हुए चकिया रोड चौराहा, रूपईडीहा गांव, मुस्लिम बाग, बरथनवा नई बस्ती मुख्य बाजार से होते हुए वापस जामा मस्जिद पहुंचकर संपन्न हुआ। जुलूस में नात ख्वानि के काफिले शामिल हुए। बारह रबीउल अव्वल की पूर्व संध्या पर बड़ी मस्जिद के सामने एक जलसे का भी आयोजन किया गया था, जिसमें मनकापुर से तसरीफ लाए मौलाना मोहम्मद वसीम हसमती ने मोहम्मद साहब की सीरत बयान की। अन्य उलमा-ए-किराम ने पैग़ंबरे इस्लाम की रिसालत, अज़मत, बड़ाई व फज़ीलत बयान कर लोगों से सच्चाई, ईमानदारी तथा शरीअत के मुताबिक ज़िन्दगी गुजारने की अपील की। इसके पूर्व शोराय इकराम कमल अख्तर बस्तावी बस्ती, कारी नौसद आलम बस्ती, जमील फैजाबादी, कारी निसार बहराइच ने नातिया कलाम पेश किए। निज़ामत हाफ़िज़ मोहम्मद अतीक ने की। रुपईडीहा ईद मिलादुन्नबी कमेटी के मेजबान खेसाल फारूकी, शमशाद खान, पूर्व प्रधान मो० जुबेर फारुकी, डॉ. सज्जन अशरफी, नौशाद हुसैन, महबूब अहमद, इम्तियाज अली, मोहम्मद आलम मेकरानी, गुड्डू मेकरानी समेत हजारों लोग मौजूद रहे।