अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा। रोटरी क्लब ऑफ छिंदवाड़ा ने रक्षाबंधन के पावन अवसर पर ‘लोकल फॉर वोकल रक्षासूत्र प्रोजेक्ट’ के तहत एक अनूठा आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पातालकोट, तामिया के आदिवासी भाइयों द्वारा बनाई गई छिंद की राखी को दिव्यांग बहनों ने रोटेरियन साथियों की कलाई पर बांधकर लोकल फॉर वोकल के संदेश को बढ़ावा दिया। साथ ही, रोटरी क्लब ने सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग कन्या छात्रावास को 15 कुर्सियां और गर्म पानी के लिए गीजर भेंट किया।
छिंद की राखी: स्थानीय कला को सम्मान
छिंदवाड़ा जिले का नाम छिंद के पेड़ों की प्रचुरता के कारण पड़ा, और इसी पहचान को संरक्षित करने के लिए रोटरी क्लब ने पातालकोट, तामिया के आदिवासी समुदाय द्वारा बनाई गई छिंद की राखी को इस आयोजन का केंद्र बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ के आह्वान को ध्यान में रखते हुए, रोटरी क्लब ने स्थानीय कारीगरों की कला को प्रोत्साहित करने और जिले की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए यह पहल शुरू की। रोटरी क्लब के सभी सदस्यों ने इस रक्षाबंधन पर छिंद की राखी बंधवाने का संकल्प लिया और आमजन से भी इसकी अपील की।

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आयोजन का विवरण
गुरुवार को सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग कन्या छात्रावास में आयोजित इस कार्यक्रम में रोटरी क्लब के अध्यक्ष रोटे. विनोद तिवारी, सचिव रोटे. निलेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष रोटे. रूपल अग्रवाल, रोटे. संदीप सिंह चंदेल, रोटे. मनोज अग्रवाल, रोटे. दीपक साहू, रोटे. निलेश लाठ, रोटे. अमित मक्कड़, रोटे. अमित रिंकू नेमा, समाजसेवी रविंद्र सेठिया, रोटेक्टर सिद्धांत रामानंद, श्रीमती प्रियंका गुप्ता, श्रीमती हर्षा मक्कड़, श्रीमती हेमलता तिवारी, एपीसी गजेंद्र ठाकुर, बीआरसी अजय केकतपूरे, बीईओ अशरफ अली, और राजेश साहू सहित बड़ी संख्या में रोटेरियन और उनके परिवार उपस्थित रहे।
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दिव्यांग बहनों ने रोटेरियन साथियों की कलाई पर छिंद की राखी बांधी और उनकी रक्षा का संकल्प लिया। बदले में, रोटेरियनों ने सभी दिव्यांग बहनों को छिंद की राखी उपहार में दी। इस अवसर पर रोटे. निलेश गुप्ता और प्रियंका गुप्ता ने अपनी बेटी आरोही के जन्मदिन के उपलक्ष्य में छात्रावास को गर्म पानी के लिए गीजर भेंट किया। इसके अलावा, रोटरी क्लब ने छात्रावास को 15 कुर्सियां भी प्रदान कीं।

रोटेरियन रिंकू नेमा का जन्मदिन उत्सव
रोटेरियन रिंकू अमित नेमा ने अपने जन्मदिन को दिव्यांग बहनों के बीच मनाया और उन्हें स्वादिष्ट व्यंजनों का उपहार देकर उनकी खुशियों में शामिल हुए। इस भावनात्मक पल ने आयोजन को और भी यादगार बना दिया। दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से मंदबुद्धि 50 बालिकाओं ने अपनी सांकेतिक भाषा (साइन लैंग्वेज) में सभी रोटेरियनों का स्वागत किया और आभार व्यक्त किया।
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रोटरी क्लब की अपील
रोटरी क्लब के अध्यक्ष रोटे. विनोद तिवारी ने कहा कि इस रक्षाबंधन पर सभी रोटेरियन अपने घरों में भी छिंद की राखी बंधवाएंगे और स्थानीय कला को प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि वे जिले की पहचान को बढ़ावा देने के लिए छिंद की राखी का उपयोग करें। यह पहल न केवल स्थानीय कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि छिंदवाड़ा की सांस्कृतिक विरासत को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगी।

सामुदायिक और सामाजिक प्रभाव
इस अनूठे ‘लोकल फॉर वोकल रक्षासूत्र प्रोजेक्ट’ की छिंदवाड़ा शहरवासियों ने व्यापक प्रशंसा की। यह आयोजन न केवल रक्षाबंधन के पावन पर्व को सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध करने में सफल रहा, बल्कि दिव्यांग बालिकाओं और आदिवासी समुदाय के प्रति संवेदनशीलता और समर्थन को भी दर्शाता है। रोटरी क्लब की इस पहल ने स्थानीय समुदाय में एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को और मजबूत किया।
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कार्यक्रम में छात्रावास की केयरगिवर आराधना पाटिल, सहायक ललिता परतेती, दुर्गेश सिंगारे, और शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे। यह आयोजन छिंदवाड़ा में रोटरी क्लब की सामाजिक और सांस्कृतिक पहल का एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया।