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रईस
रुपईडीहा/बहराइच। उत्तर प्रदेश रोडवेज की आय बढ़ाने और अवैध डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार सुबह बहराइच के रुपईडीहा में एक संयुक्त अभियान चलाया गया। इस अभियान में सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) प्रवर्तन ओपी सिंह, एआरएम रुपईडीहा राम प्रकाश, और थाना प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत की टीम ने रोडवेज डिपो के आसपास सवारियां बैठाते हुए सात डग्गामार वाहनों को सीज किया, जिसमें छह छोटे वाहन और एक बस शामिल हैं।
अभियान का विवरण
एआरटीओ ओपी सिंह ने बताया कि रुपईडीहा रोडवेज डिपो की बसें यात्रियों की कमी के कारण खाली चल रही थीं, जिससे परिवहन निगम को भारी राजस्व नुकसान हो रहा था। जांच में पता चला कि डिपो के एक किलोमीटर के दायरे में अवैध वाहन संचालक सक्रिय हैं, जो अपने एजेंटों को नेपालगंज भेजकर सवारियां बुलवाते हैं और रिक्शों के जरिए उन्हें अपने वाहनों तक पहुंचाते हैं। इस कारण शिमला, हरिद्वार, दिल्ली, और जयपुर जैसे लंबी दूरी के रूटों पर रोडवेज बसें खाली जा रही हैं।
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अभियान के दौरान एक मध्य प्रदेश रजिस्टर्ड बस को भी पकड़ा गया, जिसमें मानक से अधिक सीटें और अन्य अनियमितताएं पाई गईं। इस बस को भी सीज कर लिया गया। एआरटीओ ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के नियमों के अनुसार, रोडवेज डिपो की एक किलोमीटर की परिधि में कोई भी निजी सवारी वाहन यात्रियों को नहीं बैठा सकता।
डग्गामार वाहनों का अवैध कारोबार
सूत्रों के अनुसार, डग्गामार वाहन संचालक स्थानीय चौकियों पर सेटिंग कर यह अवैध कारोबार चला रहे हैं, जिससे परिवहन निगम को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। ये वाहन न केवल रोडवेज की आय को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा और यात्री सुविधाओं पर भी सवाल उठा रहे हैं। इस अभियान के दौरान पकड़े गए वाहनों में सवार यात्रियों को रोडवेज बसों के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया।
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निरंतर अभियान की घोषणा
एआरटीओ ओपी सिंह ने कहा कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि रोडवेज बसों को यात्रियों की कमी से बचाया जा सके और अवैध परिवहन पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने वाहन संचालकों को चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें वाहन सीज करने के साथ-साथ जुर्माना और अन्य कानूनी कदम शामिल हैं।
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सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
डग्गामार वाहनों का अवैध संचालन न केवल परिवहन निगम की आय को प्रभावित करता है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इस तरह की कार्रवाइयां निगम की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और नियमित बस सेवाओं को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। स्थानीय लोगों ने इस अभियान की सराहना की और इसे और सख्ती से लागू करने की मांग की ताकि अवैध वाहन संचालकों पर पूरी तरह लगाम लग सके।
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रुपईडीहा में एआरटीओ और पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई ने डग्गामार वाहनों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संदेश दिया है। यह अभियान न केवल रोडवेज की आय को बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि सड़क पर अनुशासित और सुरक्षित परिवहन व्यवस्था को भी सुनिश्चित करेगा।