अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच/नानपारा। राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर नानपारा से लखीमपुर जाने वाले मार्ग पर जालिम नगर पुल के पास टेढ़ी पुलिया के समीप एक गंभीर खतरा मंडरा रहा है। इस स्थान पर सड़क के नीचे की मिट्टी पूरी तरह बह चुकी है, जिसके कारण सड़क अंदर से खोखली हो गई है। ऊपर से सामान्य दिखने वाली यह सड़क कभी भी धंस सकती है, जिससे एक बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
बारिश ने बढ़ाई समस्या
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह समस्या पिछले एक सप्ताह से बनी हुई थी, लेकिन पिछले दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है। बारिश के कारण सड़क के नीचे की मिट्टी तेजी से बह गई है, जिससे सड़क का आधार कमजोर हो गया है। ग्राम प्रधान गिरगिट्टी, मोती लाल निषाद, ने बताया, “ऊपर से सड़क सामान्य दिख रही है, लेकिन नीचे कुछ भी नहीं बचा। अगर जल्द मरम्मत नहीं की गई तो यहां बड़ा हादसा निश्चित है।” उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
एनएचएआई की लापरवाही
चिंता की बात यह है कि इस गंभीर स्थिति के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) या स्थानीय प्रशासन ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। न तो कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, न ही बैरिकेडिंग की गई है, और न ही कोई संकेतक स्थापित किया गया है। एनएचएआई की तकनीकी टीम ने भी मौके का निरीक्षण नहीं किया है। तेज रफ्तार से गुजरने वाले भारी वाहनों के दबाव के कारण यह सड़क किसी भी समय धंस सकती है, जिसे स्थानीय लोग “हवा में टिकी सड़क” कह रहे हैं।
हादसे की आशंका
यह सड़क नानपारा-लखीमपुर मार्ग पर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां रोजाना सैकड़ों वाहन, विशेष रूप से भारी वाहन, गुजरते हैं। सड़क के खोखले होने के कारण यह किसी भी समय धंस सकती है, जिससे न केवल वाहनों को नुकसान हो सकता है, बल्कि जानमाल की भी भारी हानि हो सकती है। इस तरह की लापरवाही पहले भी कई हादसों का कारण बन चुकी है। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में लखनऊ-कानपुर हाईवे पर हुए हादसों में कई लोगों की जान चली गई थी, जहां सड़क की खराब स्थिति और लापरवाही ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
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स्थानीय लोगों की चेतावनी
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो यह सड़क “मौत का फंदा” बन सकती है। ग्राम प्रधान ने कहा, “प्रशासन और एनएचएआई को तुरंत इस सड़क की मरम्मत करनी चाहिए और चेतावनी बोर्ड व बैरिकेडिंग लगानी चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि इस समस्या की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को दी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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तत्काल कार्रवाई की जरूरत
राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर टेढ़ी पुलिया के पास यह स्थिति न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि इस मार्ग से गुजरने वाले सभी यात्रियों के लिए खतरा बनी हुई है। एनएचएआई और स्थानीय प्रशासन की उदासीनता ने इस खतरे को और बढ़ा दिया है। तत्काल मरम्मत, चेतावनी बोर्ड, और बैरिकेडिंग जैसे कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि किसी बड़े हादसे को रोका जा सके। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और इस “हवा में टिकी सड़क” को सुरक्षित करना चाहिए।