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Wed. Aug 6th, 2025

Bahraich news; बहराइच में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन सक्रिय: लंच पैकेट, नाव और पशु चारे की व्यवस्था

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अतुल्य भारत चेतना
रईस

बहराइच/मिहींपुरवा। नेपाल की पहाड़ियों से छोड़े गए पानी और लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बहराइच जिले की मिहींपुरवा तहसील के जंगल से सटे चार गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। सुजौली, चहलवा, बड़खड़िया, मझरा, और गिरगिट्टी सहित दो दर्जन से अधिक गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। निचले इलाकों में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित हो गया है, और ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है और राहत कार्यों में जुट गया है।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

मंगलवार को मिहींपुरवा के उप जिला अधिकारी (एसडीएम) प्रकाश सिंह ने बाढ़ प्रभावित सुजौली ग्राम पंचायत के खैरीपुरवा और टीलवा गांवों का दौरा किया। उन्होंने करीब 500 लंच पैकेट ग्रामीणों के बीच वितरित किए। इसके अलावा, बाढ़ग्रस्त इलाकों में आवागमन और बचाव कार्यों के लिए नाव, मोटरबोट, और लाइफ जैकेट की व्यवस्था की गई।

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पशुपालकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विपिन बिहारी के सहयोग से पशुओं के लिए भूसा और चारा भी उपलब्ध कराया गया, जिससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली।

राहत कार्यों की व्यापक तैयारी

बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित करने और प्रभावित लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। लेखपालों की टीमें गांव-गांव जाकर सर्वेक्षण कर रही हैं ताकि वास्तविक पीड़ितों की पहचान की जा सके और उन्हें समय पर सहायता मिले। एसडीएम प्रकाश सिंह ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि प्रत्येक बाढ़ पीड़ित तक भोजन, चिकित्सा, सुरक्षा, और पशु चारे की सुविधा समय पर पहुंचे। हमारी पूरी टीम लगातार क्षेत्र में काम कर रही है।”

प्रशासनिक सक्रियता से जनता में राहत

एसडीएम प्रकाश सिंह की सक्रियता और क्षेत्र में उनकी लगातार उपस्थिति से ग्रामीणों में राहत और भरोसे का माहौल बना है। कई ग्रामीणों ने प्रशासन की त्वरित सहायता की सराहना की। खैरीपुरवा के एक ग्रामीण ने बताया, “एसडीएम साहब ने खुद गांव आकर हमारी समस्याएं सुनीं और तुरंत मदद पहुंचाई। इससे हमें बहुत राहत मिली।”

बाढ़ की स्थिति पर नजर

हालांकि, नदियों के जलस्तर में अभी भी बढ़ोत्तरी जारी है, जिसके कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने हालात पर काबू पाने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए निरंतर निगरानी शुरू कर दी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को और तेज करने की योजना है ताकि ग्रामीणों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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बहराइच के मिहींपुरवा क्षेत्र में बाढ़ ने ग्रामीणों के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी की हैं, लेकिन प्रशासन की त्वरित और सक्रिय कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है। लंच पैकेट, नाव, मोटरबोट, और पशु चारे की व्यवस्था ने प्रभावित लोगों को राहत दी है। फिर भी, नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन को और सतर्कता बरतने की जरूरत है ताकि किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।

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