अतुल्य भारत चेतना
कुलभूषण गोयल
शिमला। भारत सरकार की प्रमुख पहल “ट्रेनिंग फॉर ऑल” के तहत 21 से 25 जुलाई 2025 तक डॉ. मनमोहन सिंह हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (MHISPA), शिमला में पांच दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय संकाय विकास कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन अनुभवी प्रशिक्षक और राष्ट्रीय संसाधन व्यक्ति मेजर प्रदीप कुमार ने किया, जिन्हें क्षमता निर्माण और कौशल विकास के क्षेत्र में 37 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
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कार्यक्रम का उद्देश्य और संरचना
इस राष्ट्रीय संकाय विकास कार्यक्रम की सावधानीपूर्वक योजना केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत प्रशिक्षकों और संकाय सदस्यों के लिए बनाई गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य निर्देशात्मक दक्षताओं को बढ़ाना और शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली, आकर्षक और समावेशी बनाना था। मेजर प्रदीप कुमार ने विविध प्रशिक्षण पद्धतियों का उपयोग कर सीखने के परिणामों को समृद्ध करने पर जोर दिया, जिससे प्रशिक्षण सत्र सहभागी और प्रभावी बन सके।
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प्रमुख प्रतिभागी और संस्थान
कार्यक्रम में देश के कुछ प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें शामिल थे:
आईएचएम कुफरी, शिमला
रिपा, जयपुर
एनएडीएफएम, पुणे
प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान, आइजोल (मिजोरम)
कोवास, पालमपुर
जेआरआरपीएफ अकादमी, लखनऊ
वाईएस परमार विश्वविद्यालय, नौनी, सोलन
मिशिपा, शिमला
इन प्रतिभागियों ने विभिन्न सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया और प्रशिक्षण के दौरान नई तकनीकों और दृष्टिकोणों को सीखा।
मेजर प्रदीप कुमार की भूमिका
मेजर प्रदीप कुमार, जिन्होंने विभिन्न विशिष्ट भूमिकाओं में राष्ट्र की सेवा की है, ने इस कार्यक्रम को डिजाइन और संचालित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने प्रशिक्षण सत्रों को इंटरैक्टिव और नवाचार-केंद्रित बनाया, जिससे प्रतिभागियों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त हुआ, बल्कि व्यावहारिक कौशल विकास पर भी ध्यान दिया गया। मेजर कुमार ने प्रशिक्षण वातावरण में बातचीत, नवाचार और समावेशिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम की उपलब्धियां
मेजर प्रदीप कुमार ने इस कार्यक्रम को अत्यधिक सहभागी और प्रभावी बताया। उन्होंने प्रशिक्षण के सफल समापन पर गहरी संतुष्टि व्यक्त की और सभी भाग लेने वाले संस्थानों, शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को धन्यवाद दिया, जिनके सहयोग ने इस राष्ट्रीय पहल को निर्बाध रूप से संपन्न करने में मदद की। इस कार्यक्रम ने प्रतिभागियों के सुविधा कौशल (facilitation skills) को बढ़ाने और प्रशिक्षण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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यह कार्यक्रम “ट्रेनिंग फॉर ऑल” पहल के तहत प्रशिक्षकों की क्षमता निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि केंद्र और राज्य सरकार के संस्थानों में प्रशिक्षण प्रक्रिया को और अधिक पेशेवर और प्रभावी बनाया जा सकेगा। मेजर प्रदीप कुमार ने भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों को जारी रखने और प्रशिक्षकों के कौशल विकास को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता जताई।