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रईस
रूपईडीहा/बहराइच। वन महोत्सव 2025 के दूसरे दिन, 2 जुलाई 2025 को रूपईडीहा रेंज क्षेत्र में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत एक सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान ने पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के प्रति सम्मान को जोड़कर स्थानीय समुदाय में हरियाली और जागरूकता का संदेश फैलाया। रूपईडीहा बाईपास से इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) की दायीं पटरी पर लगभग 5 हेक्टेयर भूमि में पीपल, जामुन, गुलमोहर, कचनार, पाकड़, और कदम जैसे विभिन्न प्रजातियों के सैकड़ों पौधे लगाए गए।
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अभियान का उद्देश्य और महत्व
‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ मातृत्व के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक अनूठा प्रयास है। इस अभियान का उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग से निपटने, जैव विविधता को संरक्षित करने, और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए वृक्षारोपण को जन-आंदोलन का रूप देना है। रूपईडीहा में आयोजित यह कार्यक्रम स्थानीय समुदाय को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और प्रत्येक व्यक्ति को अपनी माँ के नाम पर पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करने में सफल रहा।
वृक्षारोपण और जनभागीदारी
कार्यक्रम में पीपल, जामुन, गुलमोहर, कचनार, पाकड़, और कदम जैसे फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया गया। ये पौधे न केवल क्षेत्र में हरित आवरण को बढ़ाएंगे, बल्कि मिट्टी के कटाव को रोकने, भूजल स्तर को सुधारने, और जैव विविधता को समृद्ध करने में भी योगदान देंगे। इस अवसर पर आईसीपी प्रबंधक सुधीर शर्मा, जूनियर इंजीनियर ऋषभ सिंह, और खाद्य सुरक्षा अधिकारी ओमपाल सिंह ने पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया।
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क्षेत्रीय वन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव और उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विनय कुमार के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने इस अभियान को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। वन दरोगा, रेंजर, और अन्य कर्मचारियों ने स्थानीय ग्रामीणों और आईसीपी कर्मचारियों के साथ मिलकर पौधरोपण किया। स्थानीय समुदाय की भागीदारी ने इस आयोजन को और अधिक प्रभावी बनाया, और सभी प्रतिभागियों ने पौधों की नियमित देखभाल और संरक्षण का संकल्प लिया।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
आईसीपी प्रबंधक सुधीर शर्मा ने कहा, “पेड़ हमारी माँ और प्रकृति का प्रतीक हैं, जो हमें जीवन और स्वच्छ हवा प्रदान करते हैं। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ अपनी माताओं को सम्मानित कर रहे हैं।” जूनियर इंजीनियर ऋषभ सिंह ने जोड़ा, “यह अभियान न केवल पर्यावरण को बचाने का प्रयास है, बल्कि समाज में भावनात्मक जुड़ाव को भी बढ़ाता है।” खाद्य सुरक्षा अधिकारी ओमपाल सिंह ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और रोपे गए पौधों की देखभाल करें।
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सामुदायिक और पर्यावरणीय प्रभाव
रूपईडीहा में आयोजित यह वृक्षारोपण कार्यक्रम स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह अभियान मिट्टी के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन से निपटने, और स्वच्छ हवा प्रदान करने में सहायक होगा। स्थानीय ग्रामीणों की भागीदारी ने इस आयोजन को एक सामुदायिक उत्सव का रूप दिया, जिसने पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया।
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भविष्य की योजनाएँ
क्षेत्रीय वन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग इस अभियान को निरंतरता देगा और रोपे गए पौधों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि रूपईडीहा और आसपास का क्षेत्र हरा-भरा और पर्यावरण के अनुकूल बने।” उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विनय कुमार ने ग्रामीणों से अपील की कि वे इन पौधों को संरक्षित करें और अपने स्तर पर भी अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। वन विभाग द्वारा भविष्य में और अधिक स्थानों पर इस तरह के आयोजन किए जाएंगे, ताकि क्षेत्र में हरित आवरण को और विस्तार दिया जा सके।