अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। मंगलवार, 1 जुलाई 2025 को कस्बे के लाला नरसिंह दास सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में नए शैक्षिक सत्र 2025-26 का शुभारंभ वैदिक रीति-रिवाजों के साथ हवन-यज्ञ के आयोजन से हुआ। इस अवसर पर विद्यालय में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद लौटे छात्र-छात्राओं का पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया, जिसने पूरे परिसर में उत्साह और उमंग का माहौल बना दिया।
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हवन-यज्ञ के साथ सत्रारंभ
नए शैक्षिक सत्र के शुभारंभ के लिए विद्यालय परिसर में वैदिक पुरोहित सुदेश कुमार आर्य के नेतृत्व में मंत्रोच्चार के साथ एक हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान में विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार मुख्य यजमान के रूप में शामिल हुए। विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं ने श्रद्धापूर्वक हवन में आहुतियाँ दीं और समस्त विश्व के कल्याण, शांति, और समृद्धि की कामना की। हवन-यज्ञ के पवित्र माहौल ने सभी उपस्थित लोगों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।
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हवन-यज्ञ के समापन के बाद सभी छात्र-छात्राओं ने प्रसाद ग्रहण किया और नए शैक्षिक सत्र के लिए अपने अध्ययन कार्य को औपचारिक रूप से शुरू किया। इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन ने विद्यालय के शैक्षिक माहौल को और अधिक पवित्र और प्रेरणादायी बना दिया।
पुष्प वर्षा के साथ छात्रों का स्वागत
ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद विद्यालय में लौटे छात्र-छात्राओं का स्वागत अनूठे और हृदयस्पर्शी अंदाज में किया गया। प्रधानाचार्य राजीव कुमार के नेतृत्व में विद्यालय स्टाफ ने बच्चों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। इस स्वागत ने न केवल बच्चों में उत्साह जगाया, बल्कि उन्हें नए सत्र के लिए प्रेरित भी किया। पुष्प वर्षा के दौरान विद्यालय परिसर में खुशी और उमंग का माहौल देखा गया, और छात्र-छात्राएँ नए सत्र के लिए उत्साहित नजर आए।
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प्रधानाचार्य का प्रेरणादायी संदेश
प्रधानाचार्य राजीव कुमार ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा, “नया शैक्षिक सत्र आपके लिए नई संभावनाओं और अवसरों का द्वार है। पूर्ण मनोयोग और समर्पण के साथ विद्या अर्जन करें, क्योंकि शिक्षा ही आपके भविष्य की नींव है।” उन्होंने बच्चों को अनुशासित रहने, नैतिक मूल्यों को अपनाने, और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करने की प्रेरणा दी। साथ ही, उन्होंने शिक्षकों से भी आह्वान किया कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए अपने प्रयासों को और मजबूत करें।
सामुदायिक और शैक्षिक महत्व
लाला नरसिंह दास सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज का यह आयोजन न केवल शैक्षिक सत्र की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि यह विद्यालय की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाता है। हवन-यज्ञ और पुष्प वर्षा जैसे आयोजन बच्चों में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति सम्मान को बढ़ावा देते हैं। यह आयोजन विद्यालय के शैक्षिक माहौल को प्रेरणादायी और सकारात्मक बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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समुदाय की प्रतिक्रिया
विद्यालय के इस आयोजन को स्थानीय समुदाय और अभिभावकों ने खूब सराहा। अभिभावकों ने पुष्प वर्षा और हवन-यज्ञ जैसे आयोजनों को बच्चों के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने विद्यालय प्रशासन की इस पहल की प्रशंसा की, जो बच्चों को शैक्षिक और सांस्कृतिक दोनों स्तरों पर प्रोत्साहित करती है।
भविष्य की योजनाएँ
प्रधानाचार्य राजीव कुमार ने बताया कि नए शैक्षिक सत्र में विद्यालय द्वारा कई नवाचारी शैक्षिक और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इनमें विज्ञान प्रदर्शनियाँ, खेलकूद प्रतियोगिताएँ, और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं, जो बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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लाला नरसिंह दास सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में नए शैक्षिक सत्र का यह शुभारंभ न केवल एक शैक्षिक आयोजन था, बल्कि यह बच्चों, शिक्षकों, और समुदाय के बीच एकता और उत्साह का प्रतीक भी रहा। हवन-यज्ञ और पुष्प वर्षा के इस अनूठे आयोजन ने कैराना के शैक्षिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ा है, जो बच्चों को शिक्षा और संस्कारों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।