Breaking
Thu. Aug 21st, 2025

Bahraich news; नहर में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत, गांव में शोक की लहर

Spread the love

अतुल्य भारत चेतना
रईस

बहराइच। जिले के विशेश्वरगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत बड़ा निजाम के सुजानडीह गांव में मंगलवार दोपहर एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए नहाने गए तीन मासूम बच्चों की पयागपुर सरयू नहर की इटियाथोक शाखा में गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवारों, बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।

हादसे का विवरण

घटना मंगलवार दोपहर की है, जब सुजानडीह गांव के तीन बच्चे—राज (10) पुत्र मगरे, सुलेमान (6) और सुल्तान (8) पुत्र सलमान—गांव के पास बह रही पयागपुर सरयू नहर की इटियाथोक शाखा में नहाने गए। बच्चे गर्मी से राहत पाने के लिए नहर में उतरे, लेकिन पानी की गहराई का सही अंदाजा न लग पाने के कारण वे गहरे पानी में चले गए और डूब गए। नहर किनारे मौजूद अन्य बच्चों ने उन्हें डूबते देख चीख-पुकार मचाई, जिसके बाद ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुँचे।

इसे भी पढ़ें : Shiv Mandir Lucknow; लखनऊ स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर और उनकी महिमा

ग्रामीणों का बचाव प्रयास

शोर सुनकर ग्रामीणों ने तत्काल बच्चों को नहर से बाहर निकाला और उन्हें नजदीकी चिकित्सक के पास ले गए। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। इस दुखद समाचार ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

गांव में कोहराम

एक साथ तीन मासूम बच्चों की असमय मृत्यु की खबर से सुजानडीह गांव में कोहराम मच गया। परिजनों की चीत्कार और गमगीन माहौल ने हर किसी की आँखें नम कर दीं। ग्रामीण पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाने में जुटे हैं, लेकिन इस अपूरणीय क्षति ने सभी को गहरे दुख में डुबो दिया है। मृतक बच्चे गांव के सामान्य परिवारों से थे, और उनकी मासूमियत और हँसी-खुशी अब केवल यादों में रह गई है।

इसे भी पढ़ें : श्रावस्ती जिले के पौराणिक इतिहास एवं भौगोलिक विस्तार तथा यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में पूरी जानकारी

प्रशासन और सामाजिक प्रतिक्रिया

इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया है। ग्रामीणों ने माँग की है कि नहर के किनारे सुरक्षा के लिए उपाय किए जाएँ, जैसे कि चेतावनी बोर्ड लगाना या खतरनाक स्थानों पर रेलिंग बनाना, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। कई ग्रामीणों ने बताया कि नहर का यह हिस्सा गहरा है, और बच्चों को इसके खतरों की जानकारी नहीं थी।

इसे भी पढ़ें : ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हिना खान बनीं कोरिया टूरिज्म की ब्रांड एंबेसडर

नहरों में नहाने का खतरा

यह हादसा नहरों और नदियों में नहाने से जुड़े खतरों को फिर से रेखांकित करता है। गर्मी के मौसम में बच्चे अक्सर नजदीकी जलस्रोतों में नहाने जाते हैं, लेकिन गहराई और पानी के बहाव का अंदाजा न होने के कारण ऐसी दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि गाँवों के आसपास जलस्रोतों पर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएँ और जागरूकता अभियान चलाए जाएँ।

इसे भी पढ़ें : गर्मी में कूलर को बनाएं AC : आसान हैक्स और टिप्स

शोक और अपील

यह दुखद घटना बहराइच जिले के लिए एक बड़ा झटका है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से माँग की है कि पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ। सुजानडीह गांव की इस त्रासदी ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सामुदायिक और प्रशासनिक स्तर पर और अधिक जागरूकता और कार्रवाई की आवश्यकता है।

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text