अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच। मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के सर्राकलां गांव के निवासी डॉ. नित्यानंद ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा आयोजित चयन प्रक्रिया में असिस्टेंट प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान) के पद पर चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे ग्रामीण समुदाय को गौरवान्वित किया है।
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डॉ. नित्यानंद ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, माता-पिता और परिवार के अटूट समर्थन को दिया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर इस मुकाम तक पहुंचना आसान नहीं था। “परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए पढ़ाई और सपनों को पूरा करना एक चुनौती थी, लेकिन लगन, आत्मविश्वास, धैर्य और कठिन परिश्रम के बल पर कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है,” उन्होंने कहा।
शैक्षिक यात्रा: मेहनत और लगन का प्रतीक
डॉ. नित्यानंद की प्रारंभिक शिक्षा मिहींपुरवा के सर्वोदय इंटर कॉलेज में हुई, जहां उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (एमए) की डिग्री हासिल की। अपनी शैक्षिक यात्रा को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली से एमफिल और पीएचडी पूरी की। वर्तमान में वे जेएनयू में पोस्ट-डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यरत हैं।
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ग्रामीण पृष्ठभूमि से प्रेरणा
डॉ. नित्यानंद के पिता एक साधारण कृषक हैं, जिनके सहयोग और प्रोत्साहन ने उनकी इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि ग्रामीण परिवेश में संसाधनों की कमी के बावजूद, आत्मविश्वास और मेहनत से किसी भी ऊंचाई को छुआ जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बीच अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।
क्षेत्र में खुशी की लहर
डॉ. नित्यानंद की इस उपलब्धि पर सर्वोदय इंटर कॉलेज के प्राचार्य मनोज यादव, शिक्षक दुर्गेश कुमार, अनिल कुशवाहा, डॉ. हीरालाल, राम अधार सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी है। उनकी इस सफलता ने पूरे मिहींपुरवा क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है।
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डॉ. नित्यानंद की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मेहनत और लगन के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी यह कहानी ग्रामीण भारत के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरी है।