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छिंदवाड़ा। इस्कॉन छिंदवाड़ा द्वारा शनिचरा बाजार से श्री जगन्नाथ रथयात्रा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह रथयात्रा भगवान श्री जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा महारानी, और सुदर्शन चक्र जी के दर्शन और भक्ति के उत्सव का प्रतीक है। त्रिदंडी संन्यासी श्री श्रीमद् भक्ति प्रेम स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में यह आयोजन भक्ति और उत्साह के साथ संपन्न होगा। रथयात्रा का समापन पूजा लॉन में होगा, जहां भगवान को 251 से अधिक भोग अर्पित किए जाएंगे, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, और महा भंडारा का आयोजन किया जाएगा।
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रथयात्रा का शुभारंभ और मार्ग
इस्कॉन छिंदवाड़ा के संचालक देव आराध्य दास ने बताया कि रथयात्रा की शुरुआत सुबह 4:30 बजे विशेष मंगल आरती और श्री जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा महारानी, और सुदर्शन चक्र जी के शृंगार दर्शन के साथ होगी। इसके बाद पांडु विजय हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से भगवान को नवनिर्मित रथ में विराजित किया जाएगा। श्री श्रीमद् भक्ति प्रेम स्वामी महाराज के नेतृत्व में सोनार झाड़ू से रथ की सफाई कर यात्रा की शुरुआत की जाएगी। रथयात्रा शनिचरा बाजार से शुरू होकर गांधी गंज, रेलवे स्टेशन, ब्रिज, तिलक मार्केट, यातायात थाना, बस स्टैंड, फव्वारा चौक, कलेक्ट्रेट, सत्कार तिराहा होते हुए पूजा लॉन में समाप्त होगी।
सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन
रथयात्रा के समापन पर पूजा लॉन में भगवान श्री जगन्नाथ को 251 से अधिक भोग अर्पित किए जाएंगे। इसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें शामिल हैं मुंबई से आए भक्तों द्वारा सालबेग नाटिका का मंचन, प्रह्लाद किड्स स्कूल के बच्चों द्वारा विशेष नरसिंह आरती और मृदंग प्रदर्शन, भगवान श्री जगन्नाथ को प्रिय गीत गोविंद का गायन, महा भंडारा का आयोजन, जिसमें भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
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तैयारियां और पूर्व आयोजन
देव आराध्य दास ने बताया कि इस्कॉन बालाघाट में नेत्रोत्सव के बाद भगवान श्री जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा महारानी, और सुदर्शन चक्र जी को विशेष वाहन से इस्कॉन छिंदवाड़ा लाया गया। इस दौरान इस्कॉन के संस्थापकाचार्य कृष्णकृपामूर्ति ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद की श्री विग्रह की स्थापना भी की गई। श्री श्रीमद् भक्ति प्रेम स्वामी महाराज ने गुंडीचा मार्जन और रथयात्रा के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला और भक्तों को सेवा भाव के साथ इस पवित्र यात्रा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
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रथयात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
जगन्नाथ रथयात्रा भगवान श्री जगन्नाथ के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यह आयोजन इस्कॉन द्वारा विश्व भर में आयोजित किया जाता है और छिंदवाड़ा में भी इसे भव्य रूप से मनाया जाता है। रथयात्रा में भक्त हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से भगवान का गुणगान करते हैं और रथ को खींचकर भक्ति का प्रदर्शन करते हैं। यह उत्सव न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह समुदाय को एकजुट करता है और भक्ति के साथ सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देता है।
सामुदायिक भागीदारी और अपील
इस्कॉन छिंदवाड़ा ने सभी भक्तों और शहरवासियों से इस भव्य रथयात्रा में शामिल होने की अपील की है। देव आराध्य दास ने कहा, “यह रथयात्रा भगवान श्री जगन्नाथ के दर्शन और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे इस पवित्र आयोजन में उत्साह के साथ भाग लें और भक्ति के इस उत्सव को यादगार बनाएं।”
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श्री जगन्नाथ रथयात्रा 2025 छिंदवाड़ा में भक्ति, सांस्कृतिक समृद्धि, और सामुदायिक एकता का प्रतीक बनेगी। शनिचरा बाजार से पूजा लॉन तक की यह यात्रा न केवल भगवान श्री जगन्नाथ के प्रति श्रद्धा को दर्शाएगी, बल्कि भक्तों को एकजुट कर आध्यात्मिक उत्साह का संचार करेगी। यह आयोजन छिंदवाड़ा के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होगा, जो भक्ति और संस्कृति के अनूठे संगम को प्रदर्शित करेगा।