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रईस
बहराइच। 22 जून 2025 को तहसील मुख्यालय कैसरगंज से दूर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थित महर्षि दयानंद सरस्वती शिक्षण संस्थान, आदर्श नगर, चुलम्भा में प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा का भव्य आयोजन किया गया। दो पालियों में आयोजित इस प्रतियोगिता में ग्रामीण अंचल के सैकड़ों प्रतिभावान बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह आयोजन न केवल एक परीक्षा था, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के हौसले और प्रतिभा को नई उड़ान देने का एक मंच साबित हुआ।
प्रतियोगिता का उद्देश्य और महत्व
प्रधानाध्यापक संजय कुमार पाल ने आयोजन की सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “यह सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता केवल एक परीक्षा नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली बच्चों के हौसलों की उड़ान है।” उन्होंने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं और सहयोगी शिक्षकों को बधाई देते हुए बताया कि इस तरह की प्रतियोगिताएँ बच्चों में मानसिक, बौद्धिक, और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता का विकास करती हैं। यह आयोजन बच्चों को राष्ट्रीय और राज्य स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित करता है और उन्हें आत्मविश्वास प्रदान करता है।
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संजय पाल ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि बाढ़ प्रभावित और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे भी शिक्षा के माध्यम से अपनी प्रतिभा को निखारें और समाज में अपनी पहचान बनाएँ। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम उन्हें एक ऐसा मंच दे रहे हैं, जहाँ वे अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित कर सकें।”
आयोजन का विवरण
प्रतियोगिता का आयोजन 22 जून को दो पालियों में किया गया, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों ने भाग लिया। सामान्य ज्ञान के प्रश्नों में विज्ञान, इतिहास, भूगोल, करंट अफेयर्स, और सामान्य जागरूकता से संबंधित विषय शामिल थे। ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों बच्चों ने उत्साह और जोश के साथ प्रश्नों के उत्तर दिए, जिसने आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया।
प्रधानाध्यापक ने घोषणा की कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को शील्ड और मेडल देकर पुरस्कृत किया जाएगा। यह पुरस्कार वितरण समारोह बच्चों के उत्साह को और बढ़ाएगा और उन्हें भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा।
शिक्षकों और समुदाय की भूमिका
आयोजन की सफलता में संस्थान के शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक संजय कुमार पाल के साथ-साथ शिक्षक दिलीप यादव, पूजा पाल, गणराज मिश्रा, उपेंद्र सिंह, आरती पाल, स्वाती मिश्रा, रामदीन पाल, और सुरेश आदि उपस्थित रहे। इन शिक्षकों ने न केवल प्रतियोगिता के सुचारू संचालन में योगदान दिया, बल्कि बच्चों को प्रोत्साहित करने और उनकी तैयारी में भी सहयोग किया।
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महर्षि दयानंद सरस्वती शिक्षण संस्थान, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा का उजाला फैलाने के लिए निरंतर संघर्षरत है, ने इस आयोजन के माध्यम से ग्रामीण समुदाय में शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया। स्थानीय समुदाय ने भी इस पहल की सराहना की और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए संस्थान के प्रयासों को प्रोत्साहित किया।
सामुदायिक और शैक्षिक प्रभाव
चुलम्भा जैसे सुदूर और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन ग्रामीण बच्चों के लिए एक बड़ा अवसर है। यह न केवल उनकी शैक्षिक क्षमताओं को निखारता है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धी भावना से भी लैस करता है। बहराइच, जो भारत-नेपाल सीमा के निकट एक आकांक्षी जिला है, में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे आयोजन सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती शिक्षण संस्थान का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता और जागरूकता को बढ़ाने का एक अनुकरणीय उदाहरण है। यह आयोजन उन बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, जो संसाधनों की कमी के बावजूद अपनी प्रतिभा को साबित करने के लिए तैयार हैं।
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22 जून 2025 को चुलम्भा में आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता ग्रामीण बच्चों की प्रतिभा और हौसले का उत्सव थी। महर्षि दयानंद सरस्वती शिक्षण संस्थान ने इस आयोजन के माध्यम से न केवल शिक्षा को बढ़ावा दिया, बल्कि ग्रामीण समुदाय में एक नई उम्मीद जगाई। प्रधानाध्यापक संजय कुमार पाल के नेतृत्व में यह आयोजन बहराइच के शैक्षिक परिदृश्य में एक मील का पत्थर साबित हुआ, जो ग्रामीण बच्चों को उनके सपनों की उड़ान के लिए प्रेरित करता है।