अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
परिचय
छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश के एक प्रमुख जिले में, 31 मई 2025 को आबकारी विभाग ने अवैध शराब के उत्पादन और वितरण के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। यह कार्रवाई कलेक्टर के निर्देशन और जिला आबकारी अधिकारी श्री अजीत एक्का के मार्गदर्शन में की गई। चार गांवों—सोमाढाना, रोहना खुर्द, ढबेरा, और गंगई—में छापेमारी कर 8500 किलोग्राम महुआ लाहन और 70 बल्क लीटर अवैध शराब को नष्ट किया गया। इस कार्रवाई में 12 प्रकरण दर्ज किए गए, जो अवैध शराब के व्यापार को रोकने में महत्वपूर्ण कदम है।
कार्रवाई का विवरण
आबकारी विभाग की टीम ने सुबह के समय वृत्त प्रभारी श्री आकाश मेश्राम के नेतृत्व में छापेमारी शुरू की। कार्रवाई का विवरण निम्नलिखित है:
- ग्राम सोमाढाना:
- नाले के किनारे और पानी के अंदर प्लास्टिक की पन्नियों में छिपाकर रखे गए महुआ लाहन को बरामद किया गया।
- झाड़ियों के भीतर भी महुआ लाहन पाया गया।
- सभी बरामद लाहन को विधिवत नष्ट किया गया।
- ग्राम रोहना खुर्द और ढबेरा:
- जंगल के अंदर प्लास्टिक के बड़े ड्रमों में रखे गए महुआ लाहन को खोजा गया।
- बरामद लाहन को मौके पर ही नष्ट किया गया।
- ग्राम गंगई:
- डैम के किनारे प्लास्टिक की पन्नियों में भरकर रखे गए महुआ लाहन को बरामद किया गया।
- एक चालू हाथ भट्टी (हाथ से बनी शराब बनाने की भट्टी) पाई गई, जिसे तोड़कर नष्ट किया गया।
- मौके पर पाई गई अवैध शराब को कब्जे में लिया गया।
परिणाम
इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप:
- महुआ लाहन: 8500 किलोग्राम नष्ट किया गया।
- अवैध शराब: 70 बल्क लीटर कब्जे में ली गई।
- प्रकरण: 12 प्रकरण दर्ज किए गए।
- हाथ भट्टी: एक चालू भट्टी को नष्ट किया गया।
निम्न तालिका कार्रवाई के मुख्य बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करती है:
स्थान | बरामद सामग्री | कार्रवाई |
---|---|---|
सोमाढाना | महुआ लाहन (प्लास्टिक पन्नियों में) | नष्ट किया गया |
रोहना खुर्द | महुआ लाहन (प्लास्टिक ड्रमों में) | नष्ट किया गया |
ढबेरा | महुआ लाहन (प्लास्टिक ड्रमों में) | नष्ट किया गया |
गंगई | महुआ लाहन, चालू हाथ भट्टी, अवैध शराब | लाहन और भट्टी नष्ट, शराब कब्जे में |
शामिल अधिकारी और कर्मचारी
इस कार्रवाई में निम्नलिखित अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया:
- जिला आबकारी अधिकारी: श्री अजीत एक्का
- वृत्त प्रभारी: श्री आकाश मेश्राम
- सहायक जिला आबकारी अधिकारी: श्री कैलाशचंद्र चौहान, सुश्री भारती गोंड
- आबकारी उपनिरीक्षक: सुश्री अर्चना घोरमारे, श्री आकाश मेश्राम, श्री जीतसिंह धुर्वे, श्री अनिकेत पटेल
- अन्य: आबकारी अमला
पृष्ठभूमि और संदर्भ
छिंदवाड़ा जिला, जो मध्य प्रदेश के सबसे बड़े जिलों में से एक है, 11,815 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और सतपुड़ा पर्वतमाला के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में स्थित है (Chhindwara District)। अवैध शराब का उत्पादन, विशेष रूप से महुआ लाहन से बनी शराब, ग्रामीण क्षेत्रों में एक आम समस्या है। मध्य प्रदेश में आबकारी कानून, जैसे मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम, 1915, अवैध शराब के उत्पादन और वितरण को रोकने के लिए सख्त प्रावधान प्रदान करते हैं। इस तरह की कार्रवाइयां न केवल कानून का पालन सुनिश्चित करती हैं, बल्कि अवैध शराब के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को भी कम करती हैं।
महत्व और प्रभाव
यह कार्रवाई छिंदवाड़ा जिले में अवैध शराब के व्यापार को रोकने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। अवैध शराब का उत्पादन और वितरण न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याएं भी पैदा करता है। इस कार्रवाई से:
- सार्वजनिक सुरक्षा: अवैध शराब के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया गया।
- कानून व्यवस्था: आबकारी कानूनों का पालन सुनिश्चित हुआ।
- सामुदायिक प्रभाव: स्थानीय निवासियों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा मिला।
भविष्य की दृष्टि
आबकारी विभाग की यह कार्रवाई अवैध शराब के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। भविष्य में, ऐसी कार्रवाइयों को और प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- निगरानी बढ़ाना: ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित निगरानी और गुप्त सूचनाओं का उपयोग।
- जागरूकता अभियान: अवैध शराब के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को शिक्षित करना।
- कानूनी कार्रवाई: दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई और समयबद्ध जांच।
छिंदवाड़ा जिले में आबकारी विभाग की यह कार्रवाई अवैध शराब के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल कानून के पालन को सुनिश्चित करता है, बल्कि स्थानीय समुदाय की सुरक्षा और कल्याण को भी बढ़ावा देता है। जिला प्रशासन और आबकारी विभाग के इस समन्वित प्रयास ने एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने में सहायक होगा।