अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय छिंदवाड़ा के तत्वावधान में 28 मई 2025 को जिले की लिंगा, बिछुआ, और चांद शाखाओं में कृषि ऋण वितरण शिविरों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य किसानों को सुलभ ऋण सुविधाएं प्रदान करना, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना, और सरकारी योजनाओं के लाभ से जोड़कर उनकी कृषि उत्पादकता को बढ़ाना था।

भोपाल जोन से विशेष उपस्थिति
इस विशेष अवसर पर भोपाल जोन से SLBC (State Level Bankers’ Committee) के सहायक महाप्रबंधक पंकज कुमार की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बनाया। उन्होंने उपस्थित किसानों के साथ संवाद करते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की विभिन्न कृषि ऋण योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। पंकज कुमार ने किसानों को समय पर ऋण पुनर्भुगतान के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि बैंक न केवल वित्तीय सहायता का माध्यम है, बल्कि ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता का सशक्त साधन भी है।
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अधिकारियों का योगदान और योजनाओं की जानकारी
शिविर में लिंगा, बिछुआ, और चांद शाखाओं के शाखा प्रमुखों के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालय, छिंदवाड़ा से मुख्य प्रबंधक विष्णु शंकर और प्रबंधक यशवंत कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। अधिकारियों ने किसानों को व्यक्तिगत रूप से कृषि ऋण योजनाओं, ब्याज सब्सिडी, फसल बीमा, और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने ऋण स्वीकृति और वितरण की प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी, और किसान-अनुकूल होने का आश्वासन दिया।
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ऋण वितरण और किसानों का लाभ
इन शिविरों के माध्यम से बड़ी संख्या में किसानों को खेती-बाड़ी, बागवानी, सिंचाई उपकरण, पशुपालन, और कृषि यंत्रों के लिए ऋण स्वीकृत और वितरित किए गए। शिविरों में उपस्थित किसानों ने बैंक द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं की सराहना की और भविष्य में भी बैंक के साथ जुड़े रहने की इच्छा व्यक्त की। इन ऋणों से किसानों को अपनी कृषि गतिविधियों को बढ़ाने और आर्थिक रूप से सशक्त होने में सहायता मिलेगी।

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आत्मनिर्भरता और ग्रामीण विकास पर जोर
पंकज कुमार ने अपने संबोधन में किसानों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का लक्ष्य केवल वित्तीय सहायता प्रदान करना ही नहीं, बल्कि ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना और उनकी कृषि उत्पादकता में वृद्धि करना है।” उन्होंने किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
भविष्य की योजनाएं
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने घोषणा की कि भविष्य में भी इसी तरह के कृषि ऋण वितरण और जागरूकता शिविरों का आयोजन ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में किया जाएगा। इन शिविरों का उद्देश्य देश के अन्नदाताओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना और उनकी कृषि गतिविधियों को और अधिक उत्पादक बनाना है।
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लिंगा, बिछुआ, और चांद शाखाओं में आयोजित इन कृषि ऋण वितरण शिविरों ने छिंदवाड़ा जिले के किसानों को न केवल वित्तीय सहायता प्रदान की, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता और ग्रामीण विकास की दिशा में प्रेरित भी किया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की यह पहल किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिसने वित्तीय समावेशन और कृषि क्षेत्र के विकास को बढ़ावा दिया।