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रईस
रुपईडीहा/बहराइच। आगामी ईद-उल-अजहा (बकरीद) के पर्व को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए बुधवार, 28 मई 2025 को रुपईडीहा थाना परिसर में एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता तहसीलदार नानपारा अंबिका प्रसाद चौधरी ने की, जबकि थाना प्रभारी निरीक्षक ददन सिंह भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। बैठक में क्षेत्र के प्रतिष्ठित नागरिकों, धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों और पत्रकारों ने सक्रिय सहभागिता की।

शांति और भाईचारे की अपील
बैठक के दौरान तहसीलदार अंबिका प्रसाद चौधरी ने उपस्थित सभी लोगों से ईद-उल-अजहा को आपसी भाईचारे, शांति और सौहार्द के साथ मनाने की अपील की। उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अफवाहों से बचने और प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग करने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। तहसीलदार ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह पर्व एकता और भाईचारे का प्रतीक है, और हमें मिलकर इसे शांतिपूर्ण ढंग से मनाना है।”
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
थाना प्रभारी ददन सिंह ने बताया कि रुपईडीहा थाना क्षेत्र में कुल 25 ईदगाहों और 8 मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि पर्व के दौरान सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल लगातार सक्रिय रहेगा और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अनुरोध किया कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
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सामुदायिक सहभागिता
बैठक का संचालन डॉ. संत कुमार शर्मा ने किया। इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व प्रधान जुबैर अहमद फारूकी, प्रधान शिवपुर मोहरनिया पिंटू गुप्ता, सभासद जाकिर अहमद, नरेंद्र मधेशिया, मन्नी वर्मा, मौलाना असरार, हाफिज शमसुल हक और अन्य शामिल थे। इन सभी ने पर्व को शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण ढंग से मनाने के लिए अपने सुझाव साझा किए और प्रशासन के साथ सहयोग का वचन दिया।
सामाजिक एकता का संदेश
यह बैठक न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसने सामुदायिक एकता और सहयोग को भी मजबूत किया। विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने एक मंच पर आकर यह संदेश दिया कि ईद-उल-अजहा का पर्व सभी के लिए खुशी और एकजुटता का अवसर है। बैठक में शामिल पत्रकारों ने भी इस आयोजन को व्यापक रूप से कवर करने का आश्वासन दिया ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द का संदेश अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।
रुपईडीहा में आयोजित इस शांति समिति की बैठक ने ईद-उल-अजहा के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण आयोजन के लिए एक ठोस आधार तैयार किया। प्रशासन, पुलिस और स्थानीय समुदाय के बीच इस सहयोगात्मक प्रयास से यह सुनिश्चित होगा कि पर्व न केवल उत्साह के साथ मनाया जाए, बल्कि यह क्षेत्र में सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक भी बने।