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Wed. Jul 23rd, 2025

Bahraich news; बागंज-गुलमागांव सड़क के गुणवत्ताविहीन डामरीकरण पर ग्रामीणों का हंगामा, ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग

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अतुल्य भारत चेतना
रईस

बहराइच। रामनगर के पास बाबागंज से गुलमागांव को जोड़ने वाली लगभग 8 किलोमीटर लंबी सड़क के डामरीकरण कार्य में अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत चल रहे इस मरम्मत कार्य में सड़क की सफाई किए बिना और घटिया सामग्री का उपयोग कर डामरीकरण किए जाने का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने ठेकेदार की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया और गुणवत्तापूर्ण कार्य के साथ साफ-सफाई की मांग की।

ग्रामीणों का आरोप

बाबागंज-गुलमागांव सड़क पर डामरीकरण कार्य की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर जमा मिट्टी और धूल की सफाई किए बिना ही डामरीकरण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा, गिट्टी और तारकोल की मात्रा भी मानकों से कम डाली जा रही है, जिसके कारण गिट्टियां उखड़ रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पैर लगाने पर सड़क की सतह से गिट्टियां आसानी से हट रही हैं, जो निर्माण की खराब गुणवत्ता को दर्शाता है। उनका कहना है कि बिना सफाई और मानक सामग्री के बनाई गई यह सड़क जल्दी खराब हो जाएगी, जिससे जनता को भविष्य में परेशानी होगी।

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विरोध प्रदर्शन

विरोध प्रदर्शन में दर्जनों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया, जिनमें अवधेश वर्मा, महेश वर्मा, मोहम्मद रिजवान, राकेश वर्मा, लक्ष्मी नारायण वर्मा, अनिल कुमार, भृगुनाथ सहित अन्य शामिल थे। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य को रोककर नारेबाजी की और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने मांग रखी कि सड़क की पूरी तरह सफाई कराकर गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग कर डामरीकरण किया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगें न माने जाने पर आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

ग्रामीणों की मांगें

  • सड़क की मिट्टी और धूल की पूरी सफाई कराई जाए।
  • मानक के अनुसार गिट्टी और तारकोल का उपयोग किया जाए।
  • गुणवत्तापूर्ण डामरीकरण सुनिश्चित किया जाए।
  • लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

अधिकारियों का बयान

इस संबंध में अधिशासी अभियंता ने कहा, “मामला हमारे संज्ञान में आया है। मौके पर जाकर निर्माण कार्य की जांच की जाएगी और यदि अनियमितताएं पाई गईं तो ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का महत्व

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सभी मौसम में उपयोगी सड़कों का निर्माण कर संपर्क सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के तहत निर्मित सड़कों की गुणवत्ता और रखरखाव सुनिश्चित करना ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है। हालांकि, हाल के समय में कई क्षेत्रों में गुणवत्ताविहीन निर्माण की शिकायतें सामने आई हैं, जिसने योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं।

क्षेत्र की स्थिति

बाबागंज-गुलमागांव सड़क स्थानीय ग्रामीणों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो रोजमर्रा की आवाजाही और व्यापार के लिए उपयोगी है। इस सड़क की खराब गुणवत्ता से न केवल ग्रामीणों को असुविधा होगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए।

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बाबागंज-गुलमागांव सड़क के डामरीकरण में गुणवत्ताविहीन कार्य के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन जायज मांगों को दर्शाता है। यह घटना प्रशासन और ठेकेदारों की जवाबदेही पर सवाल उठाती है। अधिशासी अभियंता के आश्वासन के बाद अब यह देखना होगा कि क्या सड़क निर्माण में सुधार किया जाता है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होती है। ग्रामीणों की यह मांग कि सड़क का निर्माण मानकों के अनुरूप हो, न केवल उनकी सुविधा के लिए जरूरी है, बल्कि पीएमजीएसवाई की विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

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