अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, ए-33 मुखर्जी नगर सेवा केंद्र, विदिशा में आयोजित समर कैंप का समापन समारोह उत्साह और प्रेरणा के साथ संपन्न हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि कलेक्टर अंशुल गुप्ता, ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी, वरिष्ठ समाजसेवी अतुल शाह, डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर हेमंत यादव, और लायंस क्लब अध्यक्ष अरुण सोनी सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने बच्चों को जीवन मूल्यों, संस्कारों, और नैतिकता की प्रेरणा दी।

मुख्य अतिथि का उद्बोधन
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा, “इस समर कैंप ने बच्चों को संस्कारों का निर्माण करने की प्रेरणा दी है। वर्तमान समय में मोबाइल और सोशल मीडिया हमारी उन्नति में बाधक बन रहे हैं। इनका सदुपयोग करें, कम उपयोग करें, ताकि हमारा मन स्वस्थ रहे और हम अच्छा जीवन जी सकें। जैसे-जैसे हम अच्छे बनते हैं, वैसे-वैसे समाज अच्छा बनता है। माता-पिता ने अपने बच्चों को इस कैंप में भेजकर सराहनीय कार्य किया है। हमें गुलाब के फूल की तरह बनना है, जो अपनी खुशबू से सभी को आकर्षित करता है।”

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ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी का आशीर्वचन
ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “जिज्ञासा ही वह शक्ति है, जो हमें लक्ष्य तक पहुंचाती है। अपनी जिज्ञासा को शेयर करें, क्योंकि इससे समस्याओं का समाधान होता है। दूसरों से तुलना करने से मन में तनाव और निराशा आती है। मेडिटेशन और ध्यान के माध्यम से अपने मन को सदा खुश और चार्ज रखें, इससे ग्रहण करने की शक्ति बढ़ती है।”

ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी का संदेश
ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने कहा, “बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं, जैसे कुम्हार बर्तन को अंदर-बाहर से आकार देता है, वैसे ही इस कैंप ने बच्चों के बाहरी और आंतरिक व्यक्तित्व को संवारा है। बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे उनके जीवन में खुशी और सकारात्मक परिवर्तन अवश्य आएगा।”

वरिष्ठ समाजसेवी श्री अतुल शाह का संबोधन
अतुल शाह ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा, “रोज सुबह माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लें। माता-पिता का आशीर्वाद भगवान के समान होता है। एक प्रणाम आपकी जिंदगी बदल सकता है। जो बच्चे माता-पिता के सामने झुकते हैं, वे जीवन की किसी भी परिस्थिति में नहीं झुकते।”

अन्य अतिथियों के विचार
- हेमंत यादव, डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर: “इस कैंप ने बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन लाकर हमारी विलुप्त होती संस्कृति को पुनर्जनन करने का कार्य किया है। ब्रह्माकुमारी संस्थान की यह पहल सराहनीय है।”
- अरुण सोनी, लायंस क्लब अध्यक्ष: “बच्चों के चारित्रिक और नैतिक विकास से ही समाज और संसार का विकास संभव है। व्यक्तित्व विकास का अर्थ है शिक्षा के साथ-साथ धैर्य, परख, और व्यवहार में उत्कृष्टता।”

समापन समारोह की विशेषताएं
- सर्टिफिकेट और उपहार वितरण: कलेक्टर अंशुल गुप्ता और अन्य अतिथियों ने बच्चों को सर्टिफिकेट और उपहार वितरित किए, जिससे बच्चों का उत्साह और बढ़ा।
- उपस्थिति: समारोह में पूर्व विधायक मेहताब सिंह यादव, फॉरेस्ट रेंजर सुश्री पिंकी रघुवंशी, उमेश ताम्रकार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
- गतिविधियां: कैंप में बच्चों ने खेल-खेल में दैवी गुण, नैतिक मूल्य, और जीवन कौशल सीखे, जिन्हें वे अपने जीवन में लागू करेंगे।

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के इस समर कैंप ने बच्चों को न केवल नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान की, बल्कि उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा भी दी। समापन समारोह ने बच्चों, अभिभावकों, और समाज के बीच एकता और उत्साह का संचार किया। यह आयोजन बच्चों के व्यक्तित्व विकास और भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण में मील का पत्थर साबित हुआ।