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रूपईडीहा/बहराइच। आदर्श थाना रूपईडीहा में 24 मई 2025 को आयोजित समाधान दिवस की अध्यक्षता नायब तहसीलदार हर्षित पांडे ने की। इस अवसर पर थाना रूपईडीहा की ओर से निरीक्षक अपराध रंजीत यादव उपस्थित रहे। समाधान दिवस में जनता की समस्याओं के निवारण के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में कुल दो प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, लेकिन कई प्रमुख विभागों के अधिकारियों की अनुपस्थिति ने आयोजन की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े किए।
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प्राप्त प्रार्थना पत्र
समाधान दिवस में प्राप्त दो प्रार्थना पत्र निम्नलिखित थे:
- सुलेमान पुत्र साहिब अली, निवासी पचपकरी: भूमि की पैमाइश के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया।
- राजेश सिंह पुत्र कैलाश सिंह, निवासी रंजीतबोझा: चक मार्ग पर लगे खंभे को हटवाने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया गया।
इन प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, ताकि समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके।
उपस्थित अधिकारी
कार्यक्रम में राजस्व विभाग से निम्नलिखित अधिकारी उपस्थित रहे:
- कानूनगो: रामप्रकाश, राम नरेश (चरदा)
- लेखपाल: करुणेश त्रिपाठी, पुष्कर त्रिपाठी (सहजना), संतोष वर्मा (जैतापुर), मनीष वर्मा (सुरहिया), नरेंद्र श्रीवास्तव (गोकुलपुर), मोहम्मद शहजाद (कल्याणपुर), इकबाल हैदर, प्रमोद कुमार (चिकिन्या)
इन अधिकारियों ने प्रार्थना पत्रों की प्रारंभिक जांच और निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की।
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विभागों की अनुपस्थिति
समाधान दिवस में राजस्व और पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों की उपस्थिति के बावजूद, विद्युत विभाग सहित कई अन्य विभागों के अधिकारियों की गैरहाजिरी चर्चा का विषय बनी। समस्याओं के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सभी संबंधित विभागों की सहभागिता आवश्यक है। अधिकारियों की अनुपस्थिति ने न केवल आयोजन की प्रभावशीलता को प्रभावित किया, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। यह स्थिति अन्य समाधान दिवसों में भी देखी गई है, जैसे कि प्रयागराज में हाल ही में 14 अधिकारियों को अनुपस्थिति के लिए नोटिस जारी किया गया था।

प्रशासन की प्रतिबद्धता
समाधान दिवस का उद्देश्य जनता की शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। नायब तहसीलदार हर्षित पांडे ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त प्रार्थना पत्रों का निस्तारण समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि भविष्य में सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी ताकि जनता को उनकी समस्याओं का समाधान बिना किसी विलंब के मिल सके।
रूपईडीहा में आयोजित समाधान दिवस में केवल दो प्रार्थना पत्र प्राप्त होना और कई विभागों की अनुपस्थिति इस बात का संकेत है कि प्रशासनिक स्तर पर और अधिक समन्वय और जवाबदेही की आवश्यकता है। यह आयोजन जनता की समस्याओं के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, लेकिन इसकी सफलता सभी संबंधित विभागों की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर करती है। नगरवासियों से अपील है कि वे समाधान दिवस में अपनी समस्याएं प्रस्तुत करें और प्रशासन के साथ मिलकर क्षेत्र के विकास में योगदान दें।