अतुल्य भारत चेतना
रईस
रूपईडीहा/बहराइच। नगर पंचायत रूपईडीहा ने क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बाल स्वरूप हनुमान मंदिर के समीप 5000 लीटर क्षमता का एक अत्याधुनिक सोलर वॉटर प्लांट स्थापित किया गया है। यह प्लांट पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर आधारित है, जो न केवल बिजली की खपत को कम करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
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नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य ने इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सोलर वॉटर प्लांट का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा, “रूपईडीहा एक सीमावर्ती क्षेत्र है, जहां गर्मियों में पानी की किल्लत एक गंभीर समस्या रही है। इस सोलर वॉटर प्लांट की स्थापना हमारी उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो स्थानीय लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए है। भविष्य में नगर के अन्य हिस्सों में भी ऐसे और प्लांट स्थापित करने की योजना है।”
यह सोलर वॉटर प्लांट अपनी 5000 लीटर की क्षमता के साथ क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करेगा। सौर ऊर्जा पर आधारित होने के कारण यह प्लांट ऊर्जा की बचत के साथ-साथ पर्यावरण-अनुकूल भी है। स्थानीय निवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए नगर पंचायत और चेयरमैन डॉ. उमाशंकर वैश्य का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह प्लांट विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में पानी की कमी को दूर करने में कारगर साबित होगा और क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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इस सोलर वॉटर प्लांट की स्थापना से न केवल स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, बल्कि यह रूपईडीहा को एक स्वच्छ, सुरक्षित, और पर्यावरण-अनुकूल नगर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय लोग इस पहल को विकास की दिशा में एक मील का पत्थर मान रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि ऐसी और पहल भविष्य में भी जारी रहेंगी।