अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। निरंतर बढ़ती महंगाई और दूध की कीमतों में हालिया वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस सेवादल, छिंदवाड़ा ने आंदोलन की घोषणा की है। जिला कांग्रेस सेवादल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की “तीन इंजन वाली सरकार” आम जनता पर महंगाई का बोझ डाल रही है। सेवादल ने दूध की बढ़ी हुई कीमतों को तत्काल वापस लेने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।
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दूध की कीमतों में वृद्धि पर आपत्ति
जिला कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष सुरेश कपाले ने कहा कि पिछले 10 माह में दूध की कीमतों में कई बार वृद्धि की गई है। हाल ही में 7 मई 2025 से दूध के दामों में पुनः बढ़ोतरी की गई, जिससे आम जनता, विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्ग, पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार आम जनता के हितों के खिलाफ निर्णय ले रही है। कुछ सप्ताह पहले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी, और अब दूध के दाम बढ़ाकर सरकार ने जनता की कमर तोड़ दी है।”
आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस सेवादल के नगर अध्यक्ष बलराम सिंह चौहान ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “यदि दूध की बढ़ी हुई कीमतों को तुरंत वापस नहीं लिया गया, तो कांग्रेस सेवादल सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा। इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।” उन्होंने कहा कि यह आंदोलन आम जनता की आवाज को बुलंद करने और सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करने के लिए होगा।
महिला सेवादल की भागीदारी
आंदोलन में महिला कांग्रेस सेवादल भी सक्रिय रूप से भाग लेगी। महिला सेवादल की जिला अध्यक्ष डॉ. यासीन खान ने कहा, “दूध की कीमतों में वृद्धि से हर परिवार, खासकर बच्चों और महिलाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। दूध पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, और इसकी कीमतें बढ़ाना गरीब परिवारों के लिए अन्याय है। हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे।”
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भाजपा सरकार पर निशाना
कांग्रेस सेवादल ने भाजपा सरकार की नीतियों को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि 2014 से 2025 तक “अच्छे दिन” का वादा केवल एक जुमला साबित हुआ है। सुरेश कपाले ने कहा, “भाजपा सरकार ने न तो महंगाई पर नियंत्रण किया और न ही आम जनता को राहत दी। दूध, रसोई गैस, पेट्रोल, और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। यह सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों के हितों की रक्षा कर रही है।”
मांगें और अपील
कांग्रेस सेवादल ने निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- दूध की बढ़ी हुई कीमतों को तत्काल वापस लिया जाए।
- महंगाई पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- रसोई गैस और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी की जाए।
सेवादल ने छिंदवाड़ा की जनता से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है। बलराम सिंह चौहान ने कहा, “यह केवल कांग्रेस सेवादल की लड़ाई नहीं है, बल्कि हर उस परिवार की लड़ाई है जो महंगाई की मार झेल रहा है। हम सभी को एकजुट होकर इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी होगी।”
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
दूध की कीमतों में वृद्धि का प्रभाव विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है। दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए आवश्यक पोषण का स्रोत है, और इसकी कीमतों में वृद्धि से कई परिवारों का बजट प्रभावित हो रहा है। कांग्रेस सेवादल का यह आंदोलन न केवल दूध की कीमतों को कम करने की मांग करता है, बल्कि समग्र महंगाई और सरकार की नीतियों के खिलाफ एक व्यापक जन आंदोलन का हिस्सा है।
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छिंदवाड़ा में कांग्रेस सेवादल का प्रस्तावित आंदोलन दूध की बढ़ती कीमतों और महंगाई के खिलाफ जनता की आवाज को बुलंद करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस आंदोलन में जिला और नगर स्तर के नेताओं के साथ-साथ महिला सेवादल की सक्रिय भागीदारी इसे और मजबूती प्रदान करेगी। यदि सरकार ने समय रहते मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो छिंदवाड़ा में यह आंदोलन एक बड़े जन आंदोलन का रूप ले सकता है।