अतुल्य भारत चेतना
रईस
रूपईडीहा/बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित नगर पंचायत रूपईडीहा में लंबे समय से चला आ रहा रात्रिकालीन अंधेरा जल्द ही खत्म होने वाला है। कई महीनों से अधूरी पड़ी स्ट्रीट लाइट परियोजना को अब गति मिल गई है, और यह कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। नगर पंचायत और विद्युत विभाग के समन्वय से चल रही इस परियोजना से क्षेत्रवासियों को जल्द ही रौशनी से जगमगाती सड़कों की सौगात मिलने की उम्मीद है।
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परियोजना का विवरण
नगर पंचायत प्रशासन ने मार्च 2025 में विद्युत विभाग को 15 लाख रुपये से अधिक की राशि उपलब्ध कराई थी। इस बजट के तहत राना पेट्रोल पंप से नो मैन्स लैंड तक लगभग 2.25 किलोमीटर के क्षेत्र में 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, एक उच्च क्षमता वाला ट्रांसफार्मर स्थापित किया जा रहा है, जो क्षेत्र में स्थाई और सुचारू बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। परियोजना के तहत निम्नलिखित कार्य भी तेजी से पूरे किए जा रहे हैं:
रामलीला चौराहे पर बिजली के खंभों का स्थानांतरण: क्षेत्र की सड़कों को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए।
कब्रिस्तान और अंत्येष्टि स्थल पर हाई मास्ट लाइट: इन क्षेत्रों में रात्रिकालीन रोशनी और सुरक्षा के लिए।
सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना: मुख्य मार्गों पर रौशनी सुनिश्चित करने के लिए।
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प्रशासन की सक्रियता
परियोजना की प्रगति में नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य और अवर अभियंता शंभू दयाल की सतत निगरानी और सक्रिय भागीदारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके प्रयासों से कार्य की गति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। स्थानीय प्रशासन का लक्ष्य है कि यह परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो, ताकि क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिल सके।
स्थानीय निवासियों में उत्साह
रूपईडीहा के निवासियों में इस परियोजना को लेकर जबरदस्त उत्साह है। लंबे समय से अंधेरे में डूबी सड़कों के कारण रात्रिकालीन आवाजाही और सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं। स्थानीय लोगों का मानना है कि स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना से न केवल रात में आवागमन आसान होगा, बल्कि सीमाई क्षेत्र होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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परियोजना का महत्व
भारत-नेपाल सीमा पर बसे रूपईडीहा में यह परियोजना न केवल बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाएगी, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। रौशनी से जगमगाती सड़कें न केवल स्थानीय निवासियों के जीवन को आसान बनाएंगी, बल्कि इस सीमाई क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।