अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच। भगवान बुद्ध की जयंती के पावन अवसर पर सोमवार को बहराइच में भीम आर्मी द्वारा एक भव्य और विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसने जनमानस में शांति, करुणा, अहिंसा और समानता के बौद्ध सिद्धांतों को पुनर्जनन किया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं, कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। शोभायात्रा का स्वागत स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा के साथ किया, जिससे यह न केवल धार्मिक उत्सव, बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक भी बन गया।
इसे भी पढ़ें : Job’s in Dubai; दुबई में स्किल्ड जॉब के अवसर और सैलरी की पूरी जानकारी!
शोभायात्रा का प्रारंभ और मार्ग
शोभायात्रा का शुभारंभ शिवपुर विकासखंड के अरनवा गांव स्थित अंबेडकर पार्क से हुआ। यह यात्रा मिहींपुरवा क्षेत्र के जंगल किनारे कुड़वा, नैनीहा होते हुए गंगापुर में अशोक लाट पार्क पर समाप्त हुई। भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष सुरेश पासवान के नेतृत्व में आयोजित इस यात्रा में दूर-दराज के गांवों से आए लोग शामिल हुए। प्रतिभागी पैदल और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर उत्साहपूर्वक शामिल हुए, उनके हाथों में नीले ध्वज लहरा रहे थे और होंठों पर ‘धम्मं शरणं गच्छामि’ जैसे बौद्ध मंत्रों की गूंज सुनाई दे रही थी।
इसे भी पढ़ें : 25 हजार तक के बजट में Camera और Gaming के लिए Best Mobile Phone’s
बुद्ध के संदेश का प्रसार
शोभायात्रा के दौरान भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि आज के सामाजिक और राजनीतिक परिवेश में बुद्ध की शिक्षाएं और भी प्रासंगिक हो गई हैं। उन्होंने सामाजिक समरसता, भाईचारा और न्याय के लिए बुद्ध के सिद्धांतों को अपनाने का आह्वान किया। “भगवान बुद्ध ने हमें अहिंसा और करुणा का मार्ग दिखाया, जो आज के समाज में समानता और शांति स्थापित करने का आधार बन सकता है,” जिला प्रवक्ता इंद्रजीत अम्बेडकर ने कहा।
इसे भी पढ़ें : सफलता की राह; रियल एस्टेट सेल्स एसोसिएट्स के लिए प्रभावी गोल सेटिंग और दैनिक कार्ययोजना
प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी
शोभायात्रा में भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कई प्रमुख नेता शामिल रहे। इनमें जिला प्रवक्ता इंद्रजीत अम्बेडकर, तहसील अध्यक्ष मिहींपुरवा उदयराज अम्बेडकर, जिला महासचिव राजित राम, ब्लॉक अध्यक्ष विजय कुमार गौतम, बलहा विधानसभा अध्यक्ष महेश अम्बेडकर, और विधानसभा उपाध्यक्ष अशोक कुमार गौतम सुमित प्रमुख थे। सैकड़ों कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया।
इसे भी पढ़ें : अतुल्य भारत चेतना के साथ सिटिजन रिपोर्टर के रूप में करें अपने कॅरियर का आगाज
स्थानीय लोगों का उत्साह और स्वागत
यात्रा के मार्ग पर जगह-जगह स्थानीय लोगों ने शोभायात्रा का स्वागत किया। कई स्थानों पर पुष्प वर्षा की गई, और ग्रामीणों ने उत्साह के साथ प्रतिभागियों का अभिनंदन किया। यह दृश्य सामाजिक सौहार्द और एकता का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत कर रहा था। आयोजन की सफलता में भीम आर्मी के स्वयंसेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने सुरक्षा व्यवस्था और मार्गदर्शन की जिम्मेदारी बखूबी निभाई।
इसे भी पढ़ें: IPL 2025 (SEASON 18) के विभिन्न मैच एवं उनसे जुड़ी प्रमुख जानकारी
सामाजिक एकता और बुद्ध के आदर्शों का प्रतीक
यह शोभायात्रा न केवल भगवान बुद्ध की जयंती का उत्सव थी, बल्कि सामाजिक एकता और समरसता का संदेश देने वाला एक सशक्त मंच भी साबित हुई। भीम आर्मी के इस प्रयास को बुद्ध के सिद्धांतों को समाज में पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को बल दिया, बल्कि सामाजिक जागरूकता और एकजुटता को भी बढ़ावा दिया।