महामाया मंदिर ट्रस्ट द्वारा कराया गया 117 जोड़ों का सामूहिक विवाह
अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर। भगवान विष्णु के छठे अवतार व ब्राह्मणों के आराध्य देव भगवान परशुराम का जन्मोत्सव ऐतिहासिक नगरी रतनपुर में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर झांकी के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो पूरे नगर भ्रमण के पश्चात धर्म सभा स्थल श्री राधा माधव धाम पहुंची जहां पर कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान की पूजा अर्चना व महा आरती के साथ हुई। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि बीएन मिश्रा प्रांत अध्यक्ष धर्म यात्रा महासंघ विश्व हिंदू परिषद रहे। अध्यक्षता मंडलेश्वर दिव्यकांत जी महाराज ने किया।
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विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री एस डी मिश्रा संरक्षक छत्तीसगढ़ सरयू पारीण ब्राह्मण सभा व श्री निले श पांडे निरीक्षक कोनी श्रीमती अर्चना झा के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष बलराम पांडे ने स्वागत भाषण तथा वर्ष भर ब्राह्मण सभा द्वारा संचालित कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। मुख्य आसंदी से बोलते हुए मिश्रा जी ने ब्राह्मणों की एकता तथा संस्कार पर जोर दिया।
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इस कार्यक्रम में कुमारी आकांक्षा तिवारी चयनित नायब तहसीलदार ,डॉक्टर ललित शास्त्री तथा नवनिर्वाचित पार्षद श्रीमती शोभा दुबे का सम्मान किया गया। प्रतिवर्षानुसार सिद्ध शक्तिपीठ महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह की कड़ी में 117 जोड़ों का विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ। मां महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस वर्ष सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में विशेष रुचि दिखाई नही दी। इस नाम से बहुत कम जोड़ों का विवाह यहां पारंपरिक विधि विधान से इस वर्ष यहां संपन्न हुआ।