Breaking
Tue. Apr 29th, 2025

ब्रह्माकुमारीज गोमतीनगर सेवाकेंद्र में पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए हुआ शांति सभा का आयोजन

By News Desk Apr 29, 2025
Spread the love

अतुल्य भारत चेतना | संवाददाता

लखनऊ। राजधानी के गोमतीनगर स्थित ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों की आत्माओं की शांति के लिए एक विशेष शांति सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों, ब्रह्माकुमारीज के सदस्यों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभा का उद्देश्य आतंकी हमले में मारे गए 26 से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करना था। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिजनों को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से एक शांति सभा का आयोजन ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा किया गया। यह भावपूर्ण कार्यक्रम दिनांक 27 अप्रैल 2025, रविवार को सायं 6:30 से 7:30 बजे तक आत्म चिंतन भवन, विपुल खंड 6, गोमती नगर, लखनऊ में सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ।

इसे भी पढ़ें : सफल लोगों की 10 सबसे अच्छी आदतें!

पहलगाम आतंकी हमला: विस्तृत जानकारी

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी के पास एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और 20 से अधिक घायल हो गए। यह हमला मंगलवार दोपहर लगभग 2:45 बजे हुआ, जब आतंकवादी, जो कथित तौर पर सेना की वर्दी में थे, ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों ने पहले पीड़ितों का नाम और धर्म पूछा, फिर चुन-चुनकर गोलियां चलाईं। इस हमले में मारे गए लोगों में अधिकांश पर्यटक थे, जिनमें कानपुर के शुभम द्विवेदी, मुंबई के तीन नागरिक, और हाल ही में शादी करने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल शामिल थे।

हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रजिस्टेंट फ्रंट’ (TRF) ने ली है। सूत्रों के अनुसार, इस हमले में 8-10 आतंकवादी शामिल थे, जिनमें से कुछ स्थानीय सहायकों ने रेकी में मदद की थी। भारतीय सेना, CRPF, और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमलावरों की तलाश में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें अब तक दो आतंकवादी मारे जा चुके हैं।

देशभर में आक्रोश और विरोध

पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। लखनऊ में आसिफी मस्जिद और ऐशबाग ईदगाह में जुमे की नमाज के बाद पाकिस्तान का झंडा जलाया गया और आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए गए। गोमतीनगर के विराटखंड में 26 अप्रैल को स्थानीय निवासियों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में रोष मार्च और प्रदर्शन हुए, जिसमें लोगों ने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “कायराना” करार देते हुए दोषियों को सजा देने का वादा किया। 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की ढाई घंटे की बैठक में पांच बड़े फैसले लिए गए, जिनमें सिंधु जल संधि से पीछे हटना और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध कम करना शामिल है। संसद में हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सुरक्षा चूक स्वीकार की और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया।

इसे भी पढ़ें : रिश्तों में छोटी-छोटी गलतफहमियों से होने वाली तकरार को रोकने और प्रेमपूर्ण संबंधों के साथ खुशहाल जीवन जीने के लिए खास उपाय

शांति सभा का आयोजन

शांति सभा में राजयोगिनी राधा दीदी ने पहलगाम की दुखद घटना में दिवंगत आत्माओं को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। अपने उद्गार में राधा दीदी ने कहा, “यह दुखद घटना हम सभी के लिए एक गहन चिंतन का विषय है। हमें आत्मिक शक्ति और प्रेम के माध्यम से न केवल पीड़ित आत्माओं को शांति प्रदान करनी है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे को भी मजबूत करना है।” उन्होंने उपस्थित लोगों को राजयोग ध्यान के माध्यम से शांति और सकारात्मकता का संदेश प्रसारित करने का आह्वान किया। ब्रह्माकुमारीज़ के सदस्यों द्वारा सांत्वना भरे भजनों और ध्यान सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने एकाग्रचित्त होकर पीड़ित आत्माओं के लिए शांति की प्रार्थना की। सभा में उपस्थित लोगों ने भी अपने विचार साझा किए और इस दुखद घटना के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ सदस्य बीके प्रशांत भाई ने कहा, “यह हमला न केवल मानवता पर, बल्कि शांति और प्रेम की भावना पर भी प्रहार है। हमारी प्रार्थना है कि पीड़ित आत्माओं को शांति मिले और उनके परिवारों को इस दुख को सहने की शक्ति।”

सभा में उपस्थित लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर और सामूहिक ध्यान के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पहलगाम जैसे खूबसूरत स्थान पर ऐसी क्रूरता देखकर मन दुखी है। हम शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।”

पहलगाम हमले ने देश में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों ने खुफिया विफलताओं की जांच की मांग की है, जबकि सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई का वादा किया है। लखनऊ में ब्रह्माकुमारीज जैसे संगठन सामाजिक एकता और शांति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजन कर रहे हैं, जो समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने में मदद करते हैं।

इस दुखद घटना के बाद, देश एकजुट होकर पीड़ितों के साथ खड़ा है। ब्रह्माकुमारीज की यह शांति सभा न केवल श्रद्धांजलि थी, बल्कि शांति और अहिंसा के प्रति एक संकल्प भी थी।

इसे भी पढ़ें: जीवन में गुरु की महिमा!

सामाजिक संदेश

शांति सभा का उद्देश्य न केवल पीड़ित आत्माओं को श्रद्धांजलि देना था, बल्कि समाज में शांति और अहिंसा का संदेश फैलाना भी था। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ने इस अवसर पर लोगों से अपील की कि वे अपने दैनिक जीवन में सकारात्मकता और शांति को अपनाएं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

यह शांति सभा न केवल पहलगाम के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने का एक माध्यम बनी, बल्कि समाज में शांति और एकता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण रही। राजयोगिनी राधा दीदी के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों को आत्मिक शांति और सकारात्मकता की ओर प्रेरित किया। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से समाज में शांति और सद्भावना को बढ़ावा देने का संकल्प दोहराया।

Join now WhatsApp channel

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text