अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर। धार्मिक नगरी रतनपुर के ऐतिहासिक महामाया देवी मंदिर परिसर स्थित पवित्र कुंड, जिसे श्रद्धालु जीवों के सुरक्षित आश्रय स्थल के रूप में देखते हैं, वहां बीती रात किसी ने मछली पकड़ने के लिए जाल डाल दिया। इस घटना में लगभग 20 से 25 कछुए फंस गए, जिनकी मौत हो गई। मंगलवार सुबह जब मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं ने कुंड के किनारे जाल में फंसे मृत कछुओं को देखा तो हड़कंप मच गया। श्रद्धालु और स्थानीय लोग इस घटना से आक्रोशित हैं। क्योंकि इस कुंड में मछलियों और कछुओं को देवी मां का आशीर्वाद माना जाता है। श्रद्धालु इन्हें श्रद्धा भाव से चारा खिलाते हैं और पुण्य लाभ लेते हैं।



महामाया मंदिर ट्रस्ट ने इस अमानवीय घटना की सूचना वन विभाग और पुलिस को दे दी है। मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की पहचान करने की बात कही जा रही है। मगर यह बात चिंतनीय है कि मंदिर प्रशासन के पास 24 घंटे सुरक्षा कर्मी की व्यवस्था होने के बाद भी इस तरह की घटना को मछली चोरों ने अंजाम कैसे दिया। कुछ दिनो पूर्व इसी महामाया परिसर स्थित तीन दुकानों में आग लग गई थी जिसके कारणों का अब तक पता नहीं चला है। इधर देखना होगा कि दर्जनों कछुआ के हत्यारों का पता मंदिर एवं पुलिस प्रशासन लगा पाती है कि नहीं। इस घटना ने श्रद्धालुओं की आस्था को गहरी चोट पहुंचाई है, और लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह कुंड हमेशा से श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र रहा है, जहां जीवों को सुरक्षित माना जाता था। चैत्र नवरात्र के कुछ दिन पहले घटित इस घटना ने मंदिर प्रशासन के सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। घटना के बाद मंदिर प्रशासन सख्त कदम उठाने पर विचार कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।