
मोबाइल को और वॉलेट को पॉलिथिन बैग में रखने के बाद जेब में रख लेना। मत पहनना आज और कल महंगे कपड़े… वो कपड़े जिनके ख़राब हो जाने को तुम बर्दाश्त ना कर सको। कैश रखना थोड़ा अपने पास और उसके बाद सड़क पर निकलना।
कुछ बच्चे दिखाई देंगे तुमको हाथों में पिचकारी लिये सड़क पर घूमते या कि फिर छज्जों पर टंगे हुए… वो तुमको रंगने की कोशिश करेंगे… चिढ़ना मत यार… भड़कने मत लगना… मुझ जैसे होना तो बाइक धीमी कर लेना ताकि वो तुमको रंग सकें… जानबूझकर थोड़ा सा चौंक जाना अपने ऊपर रंग पड़ने पर… फिर देखना उनकी जीत से भरी खिलखिलाहटों में कितना ख़ूबसूरत बचपन दिखाई देगा तुमको ❤️
वो जब तुमको रंगने के बाद तुमको चौंकता हुआ देखकर हँसें तो तुम भी उनकी तरफ देखकर मुस्कुरा देना ताकि उनके पास तक त्योहार की मौज पहुँच सके ❤️
जिन रास्तों से हर दिन गुज़रते हो उन रास्तों पर कुछ बच्चों को तो देखते ही होगे जो पीठ पर बोरा टाँगकर प्लास्टिक से रोटी कमाने निकलते होंगे? बस 150 रुपए ख़र्च कर देना उनपर… 20-20 वाले दो गुलाल के पैकेट, एक 10 वाली पक्के रंग की डिबिया और 100 रुपए के बूँदी वाले लड्डू… देखना ध्यान से… एक मुस्कुराहट खिलेगी उनके चेहरे पर जो आपने कभी किसी चेहरे पर देखी ही नहीं होगी… और यकीन कीजिये कि सुबह से शाम तक आप 1000 रुपए भी नहीं ख़र्च कर पाएँगे लेकिन मुहब्बतें करोड़ों की ख़रीद ले जाएँगे ❤️
आप किस धर्म के हैं क्या इस बात से कोई फ़र्क पड़ता है सच बताइये? बचपन जब रोटी कमाने में पिसता है… पेट जब भूख से पिराता है और त्योहार जब आभावों में निकल जाता है तो जो दुख होता है ना यार वो धर्म देखकर थोड़ी ना होता है।
त्योहार को सबके लिये त्योहार कर दो दोस्त… अपनी लाखों और करोड़ों कमाने की चिंताएँ किनारे रख दो बस दो दिनों के लिये… लाखों और करोड़ों कमाने ही हैं जब तो ये वाले 1000-2000 और कमा लिये जाएँगे फिर ❤️
बच्चों को त्योहार जीने दो… उनके लिये त्योहार खुशी का मौका होते हैं… मौज लेने दो उन्हें… उनके लिये ये साल भर बाद आने वाले त्योहार ही अगर ‘बोरिंग’ हो गए तो फिर वो लाखों और करोड़ों कमाओगे किसके लिये? होली तो बच्चों की टोली की ही है ना?
मज़ा आएगा क्या प्रॉपर्टी के बँटवारे के लिये लड़ते हुए? कर पाओगे होली-दीपावली की छुट्टी के लिये बॉस से बहस? वो झूठी मुस्कुराहटें जो तुम घर आने के बाद देखोगे वो तो ऑफिस में भी दिखाई दे ही जाती हैं आते-जाते बेमन का गुड मॉर्निंग, गुड ईवनिंग फेंकते हुए… चलिये असली वाली कमाते हैं ❤️
शुभ होली ❤️
© वरुणेन्द्र त्रिवेदी (गीतकार/फिल्म पटकथा लेखक)