अतुल्य भारत चेतना
शैलेष सेन
सागर। राजीव लोचनाचार्य महाविद्यालय, खुरई में आयोजित गौर उत्सव का समापन 01 दिसम्बर को भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. नीलिमा गुप्ता, कुलपति, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, उपस्थित थीं। साथ ही, माननीय सांसद डॉ. लता वानखेड़े एवं मंदसौर जिला न्यायाधीश गंगाचरण दुबे भी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में डॉ. नीलिमा गुप्ता ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए डॉ. हरिसिंह गौर के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “डॉ. गौर एक महान शिक्षाविद्, समाज सुधारक और विधि विशेषज्ञ थे। उनकी कृतियों का अध्ययन हर विद्यार्थी को करना चाहिए। उनका जीवन संघर्ष, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का आदर्श उदाहरण है। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।” डॉ. गुप्ता ने उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं नागरिकों को डॉ. गौर को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किए जाने के लिए चल रहे हस्ताक्षर अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभियान माननीय राष्ट्रपति तक पहुँचाया जाए ताकि देश के महान सपूत को उनका उचित सम्मान मिल सके।



मंदसौर जिला न्यायाधीश गंगाचरण दुबे ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा, “हर छात्र को मेहनत, संघर्ष और अनुशासन से अपना जीवन संवारना चाहिए। इतिहास गवाह है कि कठिनाइयों के बावजूद जिन लोगों ने अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण दिखाया है, वही महान बने हैं।” उन्होंने कई नामचीन हस्तियों के जीवन से प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत कर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने अपने संबोधन में खुरई क्षेत्र में डॉ. गौर के प्रति सम्मान को गौरवशाली परंपरा बताते हुए कहा, “डॉ. हरिसिंह गौर का सपना था कि हर ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का प्रकाश फैले। खुरई क्षेत्र में उनकी स्मृति को जीवित रखना और उनके आदर्शों को अपनाना इस बात का प्रमाण है कि उनके द्वारा देखे गए सपने को आर.एल.एम. परिवार साकार कर रहा है।”
इस अवसर पर डॉ. प्रमोद नायक, संस्थापक, राजीव लोचनाचार्य महाविद्यालय, ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए नारा दिया,”डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न मिले, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
कार्यक्रम में खुरई क्षेत्र के सभी शैक्षणिक संस्थानों, जिनमें आर.एल.एम. सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डिग्री कॉलेज और बीकेपी मालथौन के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
समापन समारोह में महाविद्यालय और विद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। गौर उत्सव का यह आयोजन खुरई क्षेत्र में शिक्षा और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहित करने का एक सफल प्रयास साबित हुआ।