अतुल्य भारत चेतना
नरेंद्र चौहान
गुरुग्राम। दस लाख रुपयों के लेन-देन में पीजी संचालक की हत्या मामले में अपराध शाखा मानेसर ने दो महिलाएं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान सुषमा (उम्र-42 वर्ष) निवासी सेक्टर-1 आईएमटी मानेसर, गुरुग्राम व अनिल (उम्र-37 वर्ष) निवासी गाँव नौरंगाबास राजपूताना जिला चरखी दादरी को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सीमा निवासी (उम्र-48 वर्ष) निवासी डूंडाहेड़ा गुरुग्राम को डूंडाहेड़ा, गुरुग्राम से काबू किया गया। एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि आरोपी सुषमा का शटरिंग का काम है। आरोपी अनिल ने अपनी गाड़िया सुषमा के काम पर लगाई हुई हैं। आरोपी सुषमा व मृतक राजेंद्र आपस में एक-दूसरे को जानते थे। मृतक राजेंद्र ने आरोपी महिला सुषमा को कमेटी डालने के लिए 10 लाख रुपए दिए थे, सुषमा ने मृतक राजेंद्र के रुपए कमेटी में ना लगाकर खर्च कर दिए थे और मृतक राजेन्द्र को कहा कि इसने कमेटी डालने के लिए उसके (राजेन्द्र) रुपए सीमा नामक महिला को दे दिए हैं। रुपयों के बारे में राजेन्द्र (मृतक) ने सुषमा को सीमा से मिलवाने के लिए कहा तो सुषमा ने अपने साथी उपरोक्त आरोपी अनिल व सीमा के साथ मिलकर राजेन्द्र (मृतक) की हत्या करने की योजना बनाई, जिसके लिए सुषमा ने सीमा को 50 हजार रुपए देने का भी वादा किया। सुषमा ने राजेन्द्र को अपने घर सैक्टर-1 IMT मानेसर में सीमा से मिलवाने के बहाने से बुलाया।