किसान गर्जना संगठन ने 31सौ रूपए समर्थन मूल्य में धान खरीदी किए जाने की मांग की
अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनने के बाद किसानों से मोदी की गारंटी के नाम से वादा किया था कि धान को 31 सौ रुपए के समर्थन मूल्य और गेहूं को 27 सौ रुपए में खरीदा जाएगा, लेकिन सरकार अब तक यह वादा पूरा नहीं कर सकी है। 2 जून से सरकार समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू करने जा रही है। इसलिए सरकार से मांग है कि वह अपने वादे अनुसार 31 सौ रुपए समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करे।यह बात 22 नवंबर को जिले में किसानों की प्रतिनिधि संस्था किसान गर्जना संगठन के पदाधिकारियों ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से कही। किसानों ने प्रधानमंत्री, केन्द्रीय कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम मोदी की गारंटी याद दिलाते हुए 31 सौ रूपए समर्थन मूल्य में धान खरीदी किए जाने की मांग की।





किसान गर्जन संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने कहा कि भाजपा ने चुनाव में किसानों से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद किसानों की धान को 31 सौ रुपए में खरीदेगी, लेकिन सरकार ने अब तक वादा पूरा नहीं किया। 2 दिसंबर से सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर रही है। यदि सरकार 28 नवंबर तक 31 सौ रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की घोषणा नहीं करती है तो कोई भी किसान कचरे की कीमत पर अपनी धान नहीं बेचेगा। उन्होंने बताया कि सरकार को मोदी की गारंटी के नाम से किए गए वादों को याद दिलाने और सरकार से 31 सौ रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है। यदि सरकार हमारी मांग को अनसुना करती है तो मंडी सुनसान होंगी। कोई भी किसान अपनी धान सरकार को नहीं बेचेगा। उन्होंने कहा कि 2011-12 में भी किसान को गेहूं में 150 रुपए और धान में 50 रुपए की मांग किसान गर्जना ने की थी, जिसके फलस्वरूप किसानों को यह राशि सरकार ने दी। हमें पूरा विश्वास है कि इस बार भी किसान गर्जना की किसानों के हित में की गई इस मांग को सरकार गंभीरता से लेगी।