अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। महंगी कार में भाजपा का लोगो लगाकर घूमने और स्वयं को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग संघ का अध्यक्ष बताकर ठगी करने वाले आरोपी अजय यादव के खिलाफ गुरुवार को तीसरी एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी सरकारी जमीन की नीलामी में नेताओं और अधिकारियों से सेटिंग कराने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करता था। पुलिस अब सरकारी जमीन की नीलामी में अजय यादव की लिंक खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि उसने सरकारी जमीन की नीलामी कराने के नाम पर 76 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है।







बता दें कि पुलिस ने आरोपी अजय यादव को 20 नवंबर को फाइनेंस व्यवसायी अंकित जैन से 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी में गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपी को फाइनेंस ऑफिसभी ले गई। जहां उसने फाइनेंसर अंकित जैन को तलवार और पिस्टल से धमकाया था। वहीं अन्य शिकायतकर्ता मुश्ताक अली और अब्दुल जावेद ने अजय यादव के खिलाफ सरकारी जमीन की नीलामी में सेटिंग कराने के नाम पर 6 लाख रुपए देने का आरोप लगाया। दीन दयालपुरम निवासी महिला रेवती रनगिरे ने भी शिकायत की है। महिला का कहना है कि अजय ने उससे कहा था कि मंत्रालय के माध्यम से सरकारी जमीन की नीलामी की सेटिंग से वह अच्छा फायदा कमा रहा है। यदि वह 10 लाख रुपए लगाती है तो हर सप्ताह उसे 60 हजार रुपए मिलेंगे। चूंकि वह अजय को जानती थी, इसलिए एफडी तुड़वाकर 10 लाख रुपए दे दिए, लेकिन जब उसे सप्ताह के 60 हजाररुपए नहीं मिले तो उसने अजय से बात की। इस पर अजय धमकाने लगा। कोतवाली थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले ने बताया कि सरकारी जमीन की नीलामी में सेटिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अजय यादव के खिलाफ थाने में तीन शिकायत हुई हैं। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।