अतुल्य भारत चेतना
समंदर सिह राजपूत
राजगढ/धार। आदिवासी टंट्या भील सेना द्वारा सरदारपुर तहसील के राजगढ़ नगर में बड़ी धूमधाम के साथ भगवान बिरसा मुंडा की 149वीं जयंती मनाई जो कि राजगढ़ मंडी गेट के सामने टंट्या भील प्रतिमा के पास भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके विचारों व संघर्षों पर वक्ताओं ने अपना-अपना विचार व्यक्त किया। आदिवासी टंट्या भील सेना के जिला अध्यक्ष बालुसिंह बारिया ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के ऐसे कई क्रांतिकारी रहे हैं, जिन्होंने ब्रिटिशों की नाक में दम कर रखा था। उन्हीं में से एक थे बिरसा मुंडा। उन्होंने 25 साल की कम उम्र में ही अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिए थे। वह एक स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी नेता थे। इतना ही नहीं आदिवासी समुदाय के लोग तो उन्हें भगवान मानते हैं। ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशक्त विद्रोह किए जाने वाले बिरसा मुंडा की आज 149 वीं पुण्यतिथि है। बिरसा मुंडा ने न केवल आजादी में योगदान दिया था, बल्कि उन्होंने आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए भी कई कार्य किए थे। भले ही बिरसा मुंडा बहुत कम उम्र में शहीद हो गए थे, लेकिन उनके साहसिक कार्यों के कारण वह आज भी अमर हैं। जिस दौरान जिला अध्यक्ष बालुसिंह बारिया, , भारत सिंगार, राजेश गुण्डिया, राकेश बारिया, टिकम मकवाना, पप्पू सिंह भुरिया, राधेश्याम मकवाना, दीपक चौहान, जयस संरक्षक भारत सिंह खराड़ी, जिवन गिरवाल, दीपक भुरिया, रामेश्वर भाभर सुनिल डावर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।