अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/बहराइच। शनिवार को स्थानीय रामलीला मैदान में असत्य पथगामी रावण के पुतले का दहन हुआ। इसके पूर्व कुम्भकर्ण व मेघनाद वध का मंचन देखकर दर्शक भावविभोर होते रहे। रावण के खेमे में रावण महाराज के जय जयकार लग रहे थे। श्री राम के खेमे में अंगद, नल, नील, विभीषण, सुग्रीव व हनुमान जी श्री राम का जयघोष कर रहे थे। मेघनाद की शक्ति से लक्ष्मण जी मूर्छित हो गए। हनुमान जी ने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को खड़ा कर दिया। लक्ष्मण जी ने मेघनाद को मार गिराया। कुंभकर्ण ने भीषण युद्ध किया। श्री राम के हाथों वह भी मारा गया। बाणों की वर्षा करते हुए युद्ध के मैदान में रावण कूद पड़ा। विभीषण की सलाह पर राम ने रावण के नाभि 32 बाण मारे। अमृत के सूखने पर दशानन के सभी सिर कट गए। श्री राम के जयघोष के साथ मेला समाप्त हुआ। मेले में दर्शकों की भारी भीड़ रही। रुपईडीहा प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह, एसआई विजय कुमार, जितेश कुमार, संतोष कुमार, हे. का. मुलायम यादव, धीरेंद्र आदि के साथ शांति व्यवस्था में तल्लीन रहे।