अतुल्य भारत चेतना
मोहम्मद हनीफ
सेडवा/बाड़मेर। तहसील सेडवा के मुस्लिम समाज ने डासना मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। समाज का आरोप है कि यति नरसिंहानंद ने एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सलल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ अपमानजनक और अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया। यह घटना 19 सितम्बर 2024 को गाजियाबाद के लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में आयोजित बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के कार्यक्रम में घटी थी। मुस्लिम समाज के अनुसार, यति नरसिंहानंद ने पैगंबर इस्लाम की तुलना रावण से करते हुए उनके पुतले जलाने की बात कही, जिसकी वीडियो क्लिप 03 अक्टूबर 2024 से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस बयान से देशभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, और विशेष रूप से सेडवा क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय में आक्रोश व्याप्त है।

समाज का कहना है कि यति नरसिंहानंद इससे पहले भी कई बार इस्लाम और पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियाँ कर चुके हैं, जिसके चलते देश के विभिन्न शहरों और गांवों में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। मुस्लिम समाज ने आशंका व्यक्त की है कि यति नरसिंहानंद इस प्रकार की उत्तेजक बयानबाजी करके देश में हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच नफरत फैलाने और दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। तहसील सेडवा के मुस्लिम समाज ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए इस मामले की उच्च स्तरीय एजेंसी से जांच करवाने और यति नरसिंहानंद के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है, ताकि देश की सामाजिक एकता और सौहार्द को कोई आघात न पहुँचा सके। मुस्लिम समाज का कहना है कि इस प्रकार की बयानबाजी से देश की सदियों पुरानी हिंदू-मुस्लिम एकता को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कॉन्ग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दीन मोहम्मद, हरपालिया सरपंच प्रतिनिधि सचु ख़ान, सालरिया पूर्व सरपंच शेर खान बलोच चिचड़ासर सरपंच प्रतिनिधि नज़र अली, सेड़वा सरपंच प्रतिनिधि हैदर अली खान, हाजी साहेबाना खान, जिलानी जमात चीफ़ खलीफा सखी मोहम्मद, पूर्व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रहीम खान. बाड़मेर जिला अध्यक्ष। ए आई एम आई एम
कमालुद्दीन साहब सिंधी,
अलाउद्दीन चौटाला
कुर्बान गुलज़ारी समेजो
हाशिम खान सिंहार,
अलीम खान दर्श,
उर्स खान, मौलाना हबीबुर्रहमान, कुर्बान सेड़वा,
कलाम खान सिंहार, इलम खान सिंहार, लतीफ़ खान सिंहार, मौलाना अब्दुल मुस्तफा शकूर खान वेडिया और कई लोग मौजूद रहे।