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इंडस्ट्रियल एरिया साइट-बी में यूपीसीडा कर रही सरकारी पैसे का दोहन

By News Desk Sep 6, 2024
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सरकारी पैसे को नहीं करने देंगे व्यर्थ : मोहित अग्रवाल

अतुल्य भारत चेतना
दिनेश सिंह तरकर

मथुरा। औद्योगिक क्षेत्र साइट-बी मथुरा में सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, लेकिन सभी मानकों को ताक पर रखकर यूपीसीडा द्बारा औद्यौगिक क्षेत्र साइट-बी में निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसकी आवाज समय-समय पर रिफाइनरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के द्वारा उठाई जा रही है एवं मानकों के विपरीत किए जा रहे कार्य को यूपीसीडा के अधिकारियों द्वारा रोका भी नहीं जा रहा है। साइट-बी में यूपीसीडा द्वारा कराए जा रहे कार्यों की वजह से उद्यमी भी काफी परेशान हैं, उद्यमियों ने अपनी परेशानी साइट-बी में उद्यमियों के हित में कार्य कर रहे संगठन, रिफाइनरी इण्डस्ट्रीज एसोसियन को दी। संगठन के पदाधिकारियों ने उद्यमियों की आवाज उठाते हुए यूपीसीडा को पत्र लिखकर औद्यौगिक क्षेत्र साइट-बी में मानकों के विपरीत हो रहे कार्य एवं क्षेत्र में हो रही जनसमस्या के बारे में अवगत कराया। रिफाइनरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहित अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि औद्यौगिक क्षेत्र साइट-बी में यूपीसीडा द्वारा अभी तक जल निकासी की व्यवस्था नही की गई है, जिसके चलते सड़कों पर जल भरा हुआ। कुछ समय पहले बनी हुई सड़कें भी जल निकासी की व्यवस्था न होने पर पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं। एसोसिएशन द्वारा पूर्व में भी यूपीसीडा को पत्र भेजकर औद्यौगिक क्षेत्र में हो रही समस्याओं के बारे में अवगत कराया था, लेकिन अभी तक जल निकासी की समस्या का कोई भी समाधान क्षेत्र में नही हुआ है। साथ ही कहा कि सड़कों पर हुआ जल, चाहे वह मानसून का हो या फैक्ट्री से निकलने वाला हो। जल सड़कों पर आकर ही एकत्रित हो जाता है, जिसकी वजह से सड़कें टूट रही हैं। यूपीसीडा को बार-बार अवगत कराने के बाद भी आज तक इंडस्ट्रियल एरिया साइट-बी में ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं कराई गई है, जिससे क्षेत्र के अंदर पानी के निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। मानसून का पानी भी फैक्ट्रियों के अंदर घुस जाता है। जिसकी वजह से फैक्ट्रियों के उद्यमियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस समस्या का समाधान यूपीसीडा के द्वारा अभी तक नहीं किया गया है और नही ही ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की सुध ली गई है। इसी कारण औद्यौगिक क्षेत्र साइट-बी के उद्यमी भी आक्रोश में हैं और उनका यह गुस्सा उनके पत्रों के माध्यम से यूपीसीडा को भी भेजा गया है। यूपीसीडा द्वारा बिना ड्रेनेज की व्यवस्था को व्यवस्थित किए सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जो कि 2-4 महीने से ज्यादा नहीं चल पाएंगी। इस प्रकार से अगर देखा जाए तो सिर्फ और सिर्फ सरकारी पैसे की बर्बादी ही यूपीसीडा द्वारा की जा रही है। रिफाइनरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भगत सिंह पटेल ने कहा कि जल निकासी की समस्या को वह उद्योग बंधु की मीटिंग में जिलाधिकारी मथुरा के समक्ष भी कह चुके हैं, कि बिना नालियों के निर्माण के सड़कों का निर्माण कार्य नही किया जाए। बिना पानी निकासी के यह सड़क बनाना बेकार और व्यर्थ है, यूपीसीडा द्वारा सरकारी पैसे का दोहन किया जा रहा है। औद्यौगिक क्षेत्र साइट-बी में पहले नाली बनाई जाएं, फिर सड़कें बनाई जाएं।

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