Breaking
Sun. Jun 8th, 2025

DCRUST के शोधार्थियों ने 57 दिनों से चलाया जा रहा धरना किया समाप्त, मांगों पर बनी सहमति

By News Desk Sep 6, 2024
Spread the love

अतुल्य भारत चेतना | संवाददाता

मुरथल/सोनीपत। दीनबंधु छोटूराम यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DCRUST) के शोधार्थियों द्वारा 57 दिनों से विश्वविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर चल रहे धरने को कल समाप्त कर दिया गया है। कुलपति द्वारा छात्रों की मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया।

छात्रों की अधिकांश मांगों को पूरा किया जा चुका है, जिसके बाद छात्रों ने अपना धरना 4 सितम्बर को समाप्त कर दिया है। हालांकि, छात्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे विश्वविद्यालय में शिक्षा के माहौल को बेहतर बनाने और सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। यह जीत छात्रों के संघर्ष, एकता, धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।

इसे भी पढ़ें 👇🏼
आइए जानते हैं अतुल्य भारत चेतना मीडिया समूह द्वारा प्रायोजित “Reporter of the Month Award (Season- 01, Part- 02)” के लिए नियम-शर्तों के बारे में

धरने के दौरान निम्नलिखित प्रमुख मांगों पर बनी सहमति:

  1. पीएचडी ऑर्डिनेंस की क्लॉज 11.6 में संशोधन किया जाएगा।
  2. चीफ वार्डन द्वारा जारी सभी फरमान वापस लिए जाएंगे।
  3. विश्वविद्यालय की सभी लैब और वर्कशॉप में पर्याप्त उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी।
  4. पर्याप्त क्लासरूम की व्यवस्था की जाएगी।
  5. अंतिम वर्ष के छात्रों को विशेष अवसर प्रदान किया जाएगा।
  6. इंटरनेट की सेवाएं बहाल की जाएंगी।
  7. लाइब्रेरी में सुधार किया जाएगा, जिसमें लाइट्स, एसी, कुर्सी, शोर नियंत्रण, और ई-बुक्स की व्यवस्था शामिल है।
  8. कैंटीन में व्याप्त अव्यवस्था पर रोक लगाई जाएगी।
  9. हर साल यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स मीट आयोजित की जाएगी।
  10. बीए के पांचवें और नौवें सेमेस्टर के छात्रों के लिए क्लासरूम आवंटित किए जाएंगे।
  11. पीने के पानी की सुविधा की जाएगी।
  12. एक साल से बंद पड़ी लिफ्ट्स चालू की जाएंगी।
  13. कक्षाओं में पंखे और बेंच उपलब्ध कराए जाएंगे।
  14. नियमित तौर पर टेकफेस्ट, कल्चरल इवेंट और एजुकेशनल टूर आयोजित किए जाएंगे।
  15. पदों पर अवैध रूप से बैठे वार्डनको हटाया जाएगा।
  16. वार्षिक स्पोर्ट्स और एथलेटिक्स मीट आयोजित की जाएगी।

छात्रों ने इस धरने के माध्यम से अपने दृढ़ संकल्प और एकता का परिचय दिया, जो शिक्षा और अधिकारों के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों की आवाज़ सुनी और उनकी मांगों पर सहमति जताई, जिससे भविष्य में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और सामाजिक माहौल में सुधार की उम्मीद है।

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text