
अतुल्य भारत चेतना
संवाददाता
टोड़ी फतेहपुर झांसी। पूर्व माध्यमिक विद्यालय टोड़ीफतेहपुर तथा प्राथमिक विद्यालय टोड़ीफतेहपुर में में एआरपी धर्मेश साहू तथा राजेश सेन द्वारा विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। जिसमें एआरपी धर्मेश साहू ने बताया कि वृक्ष हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है और स्वच्छ पर्यावरण और पृथ्वी पर पर्यावरण संतुलन हेतु आवश्यक है। स्वैच्छिक रूप से वृक्षारोपण कर वृक्षारोपण अभियान को सफल करने का आह्वान किया और साथ ही जोर दिया की वृक्षों को लगाने के साथ-साथ उनकी रक्षा भी करनी होगी। जिससे पर्यावरण स्वच्छ रह सके और बीमारियों से बचाव हो सके। वहीं राजेश सेन ने बताया कि इन आपदाओं को कम करने के लिए वृक्षारोपण जरूरी है। पर्यावरण को बचाने के लिए हर नागरिक को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि पृथ्वी पर प्राकृतिक संतुलन बना रहे। इस प्राकृतिक वातावरण को बचाए रखने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए। अगर समय रहते ही प्राकृतिक को नहीं बचाया गया तो आने वाले दिनों में पृथ्वी पर निवास करने वालो को जल एवं वायु संकट से जूझना पड़ेगा अत: प्राकृतिक को बचाने के लिए आम लोगों को प्राकृतिक की रक्षा करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से रोकना है तो पेड़ पौधे लगाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर पेड़ पौधे हमें फल और छाया देते हैं, वहीं पेड़ पौधों से हमें विभिन्न प्रकार की औषधियां मिलती हैं। चाहे कोई भी दवा हो, कहीं न कहीं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वनस्पतियों से जुड़ी हुई होती है।पेड़ पौधे इस धरा के अनमोल आभूषण होते हैं। उनसे ही मनुष्य का जीवन आगे बढ़ता है। इनके अभाव में जीवन संभव नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि पेड़ पौधे अवश्य लगाएं। साथ ही उनकी रक्षा करें। इससे पहले एआरपी धर्मेश साहू व राजेश सेन ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय टोड़ीफतेहपुर व प्राथमिक विद्यालय टोड़ीफतेहपुर विद्यालय में सहयोगात्मक सुपरविजन किया गया। और छात्रों ने विज्ञान व गणित विषय के तमाम दक्षताओं को सीखा। एआरपी के आदर्श शिक्षण कौशल के बीच रुचिपूर्ण व भयमुक्त वातावरण ने कक्षा के बच्चों को बुनियादी शिक्षा के तहत विज्ञान व गणित के तमाम बातों को बताया गया। एआरपी ने निपुण लक्ष्य, स्कूल रेडिनेस, विद्या प्रवेश, कक्षा शिक्षण की गतिविधियां, कक्षा शिक्षण के समय आवश्यकता अनुसार टीएलएम, गणित किट, प्रिन्ट रिच सामग्री का प्रयोग, और शिक्षक संदर्शिका, हस्तपुस्तिका आधारशिला, ध्यानाकर्षण व शिक्षण संग्रह का उपयोग करने तथा आदर्श शिक्षण योजना बनाने की जानकारी शिक्षकों को दी। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति व शैक्षणिक गुणवत्ता पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर उमा देवी बंदैया इं.प्र.अ. ,राकेश कुमार स.अ., रामकिशोर यादव स.अ., शिवकुमार पटेल स.अ.,रवीन्द्र नाथ श्रीवास्तव व रसोइया उपस्थित रहे।