
अतुल्य भारत चेतना
अनिल खटीक
हमीरपुर। भरुआ सुमेरपुर विकासखंड क्षेत्र की 57 ग्राम पंचायत सहित कस्बे को मिलाकर दस हजार से अधिक बेसहारा गोवंश है। यह गोवंश अप्रैल माह से गौशालाओं से बाहर है। इनके भूसे चारे के लिए आने वाला प्रतिमाह करोड़ों रुपया प्रधान सचिव डकार रहे हैं और यह खेत खलिहानों में भटककर पेट भर रहा है। चारों तरफ खरीफ की फसलें लहलहा रही है। किसान जान जोखिम में डालकर रात दिन खेतों के रखवाली करके इनसे फसलों को बचाने की जद्दोजहद कर रहा है। सरकारी अमला उच्च अधिकारियों के फटकारने के बाद फर्जी रिपोर्टिंग करके गुमराह कर रहे हैं।
ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के साथ कस्बे को मिलाकर 10 हजार से अधिक बेसहारा गोवंश है। यह गोवंश पूरी तरह से छुट्टा घूम रहा है। चारों तरफ खरीफ की फसलें लहलहा रही है। किसान इन फसलों को बचाने के लिए रात दिन खेतों की चौकीदारी जान जोखिम में डालकर कर रहा है। उच्च अधिकारी बेसहारा गोवंश को संरक्षित करने के लिए सरकारी अमलों को फटकार लगा रहे हैं। धरातल में कार्यरत कर्मी फर्जी रिपोर्ट भेज कर अधिकारियों को गुमराह करने में मशगूल हैं। जबकि हकीकत यह है कि बेसहारा गोवंश कहीं भी संरक्षित नहीं है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अंकुर सचान ने बताया कि सभी प्रधान सचिवों को गोवंश संरक्षित करने के लिए कहा गया है।