
अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
मेरठ,पानीपत से वाया कैराना होकर गुजरने वाले 110 किलो मीटर लंबे रेलवे ट्रेक का प्रस्ताव नही चढ़ सका सिरे कैराना। सांसद इकरा चौधरी ने सदन में मज़बूती से उठाई रेलवे ट्रैक की मांग,जगी उम्मीदें कैराना। मेरठ पानीपत रेलवे ट्रैक का कई बार सर्वे हुआ लेकिन प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिली। कैराना के लोगों को सौगात मिलते मिलते निराशा ही हाथ लगी।कैराना सांसद इकरा चौधरी ने संसद में मजबूती के साथ रेलवे ट्रैक की मांग उठाकर क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया है। जिससे लोगों में हर्ष की लहर है और उन्हें सपना साकार होता दिख रहा है कैराना। सांसद इकरा चौधरी द्वारा मानसून सत्र के दौरान अपने पहले ही संबोधन में संसद भवन में मेरठ -पानीपत वाया कैराना से होकर गुजरने वाले लगभग 110 किलो मीटर लंबे रेलवे ट्रैक बनाने की मांग उठाई है,जिसके बाद लंबे समय से उठ रही मांग को गति मिली है और कैराना क्षेत्र के लोगों का सपना साकार होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इस रेलवे ट्रैक के प्रस्ताव को लेकर पूर्व में कई बार उम्मीदें जगी थीं,लेकिन हर बार क्षेत्र की जनता को मायूसी ही हाथ लगी। इस बार कैराना सांसद इकरा चौधरी ने जिस मज़बूती के साथ संसद भवन में रेलवे ट्रैक का मुद्दा उठाया है।उससे लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। ग़ज़ शक्ति इकाई से मिली स्वीकृति,नही बना रेलवे ट्रैक मेरठ। पानीपत नई रेलवे लाइन को ग़ज़ शक्ति इकाई से स्वीकृति मिलने के बाद फ़ाइल को केंद्रीय नीति आयोग को प्रेषित किया गया था,जिसकी स्वीकृति प्रदान होने के बाद केबिनेट बैठक में उसे मंजूरी मिलनी थी,जिसके बाद ही नई रेलवे लाइन का रास्ता क्लियर होना था। मगर ऐसा नहीँ हुआ और फाइल विभागों में ही दबकर दम तोड़ गई,जिसके साथ ही क्षेत्र के लोगों के अरमानों पर भी पानी फिर गया,जो अपने मन में एक सपना सजाए बैठे थे।25 वर्षों से चली आ रही मांग
मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन की मांग 25 वर्षों से लगातार उठाई जा रही है। कैराना लोकसभा से तत्कालीन सांसद बाबू हुकुम सिंह ने वर्ष 2016 में आम बजट के दौरान मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन की मांग रखी थी। साथ ही रेलवे लाईन के लिए 2200 करोड़ का अनुमानित बजट भी रखा गया था और कैथल,करनाल,शामली का सर्वेक्षण भी किया गया था। इसके बाद मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन की 3500 करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय मंत्रालय को भेज दी गई थी। जिसके बाद रेलवे मंत्रालय की ओर से नई रेलवे लाईन के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई प्रारंभ की गई थी और जनपद पानीपत के दीवाना से लेकर दौराला तक पिलर्स स्थापित किये गए थे। जिसके बाद कैराना क्षेत्र की जनता को 25 वर्ष पुरानी मांग का सपना पूरा होता नजर आ रहा था। मगर लाख कोशिशों के बाद भी उनका यह सपना फाइलों में ही दम तोड़ गया। बाबू हुकुम सिंह ने की थी मज़बूत पैरवी स्वर्गीय सांसद बाबू हुकुम सिंह ने नई रेलवे लाईन के लिए मज़बूत पैरवी की थी और वो कैराना क्षेत्र के गांव तितरवाड़ा में रेलवे जंक्शन बनाने के लिए मज़बूती के साथ अड़े रहे। दुर्भाग्य रहा कि उनका यह सपना साकार नहीँ हो सका। इकरा चौधरी पर टिकी क्षेत्रवासियों की उम्मीद कैराना। सांसद चौधरी इकरा हसन ने संसद भवन में मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाईन के मुद्दे को मज़बूती के साथ उठाकर कैराना क्षेत्र के लोगों को उम्मीद की नई किरण दे दी है। 25 वर्षों से लंबित चली आ रही रेलवे लाईन की मांग एक बार फिर जीवित हो गई है और जनता का सपना साकार होता दिख रहा है। वहीं दिवंगत सांसद बाबू हुकुम सिंह का सपना भी पूरा होगा।वैष्णो देवी व प्रयागराज तक शुरू की जाए रेल सेवा:इकरा हसन
कैराना। कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की निर्वाचित सांसद चौधरी इकरा हसन ने अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को सदन में उठाया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार व्यक्त करने के साथ ही अपनी बात शुरू की। इकरा हसन ने कहा कि पानीपत। कैराना-मेरठ रेलवे लाइन का कई बार सर्वे हो चुका है, लेकिन इसे लेकर धरातल पर आज तक कोई कार्य नही हुआ। पानीपत-कैराना-मेरठ रेलमार्ग क्षेत्र की जनता की बहुत पुरानी मांग है। दोनों प्रदेशों को जोड़ने के लिए इस महत्वपूर्ण रेलवे लाइन का पूरा किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने रेलमंत्री से इलाहाबाद व वैष्णो देवी तक शामली से सीधी रेल सेवा आरंभ करने का भी अनुरोध किया। इकरा ने कहा कि इलाहाबाद में उच्च न्यायालय तथा वैष्णो देवी धार्मिक स्थल होने के चलते रेल सेवा का शुरू किया जाना जनहित में बहुत जरूरी है। उन्होंने दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर स्थित नानौता व रामपुर मनिहारान में अधूरे पड़े रेलवे के पुलों को शीघ्र पूरा करने की मांग की। ताकि क्षेत्रीय जनता को समस्याओं का सामना न करना पड़े।