
अतुल्य भारत चेतना
हर्षा बनोदे
आदिवासी नेता सिर्फ वोट मांगने के लिए है, आदिवासी समाज को इसे समझने की जरूरत है
आदिवासी समाज अपने नेताओ को पहचाने: प्रदीप भाऊ जुलमे
छिंदवाड़ा। आजाद समाज पार्टी छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष प्रदीप भाऊ ने मीडिया को एक प्रेस विज्ञप्ति के द्वारा बताया की हाल ही में दमुआ में जल जगल जमीन को बचाने की लढाई लड़ने वाले धन्नू धुर्वे जी जो संगम बांध को लेकर निरंतर छिंदवाड़ा जिले में दमुआ में संघर्ष कर रहे हैं,लेकिन उनका ये संघर्ष बहुजन समाज के विरोधी सरकार के आंखो में बार बार चुब रहा था ,तो शासन प्रशासन के दबाव से उन्हे देर रात 2 बजे उनके घर से उठा लिया गया और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।इसके एवज में आदिवासी समाज के गोंडवाना स्वतंत्र युवा नेतृत्व ने ग्राम सभा के माध्यम से भरे पानी में युवाओं ने एकता परिचय दिया और पुलिस प्रशाशन से दो टूक करते हुए संघर्ष करते हुए हजारों की संख्या में उपस्तित होकर दमुआ थाने का घेराव किया और जल जंगल जमीन की लढाई को लड़ने वाले युवा साथी धनु धुर्वे जी को रिहा करवाया ।
लेकिन इस लड़ाई में जिले के बीजेपी, कॉन्ग्रेस, गोगपा पार्टी के आदिवासी नेताओं ने शिरकत नही की जो की अभी हाल ही में अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव में आदिवासी आरक्षित सीट पर आदिवासी वोटो को भर भर कर लिया है,और आदिवासी समाज ने भी इन्हे दिया है,फिर वो कांग्रेस हो बीजेपी हो या फिर गोगपा के उम्मीदवार हो,सवाल ये बनता की ये सिर्फ वोट लेने के नेता है क्या? जब आदिवासी समाज को उन युवाओं को जरूरत है,समाज के लिए इनकी जरूरत है,तब यही आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ने वाले सभी नेता अपने बिलों में घुस कर छुप गए। आदिवासी समाज ने ऐसे नेताओं को बॉय कट करने की जरूरत है,और उनके असली चेहरे को पहचानने की जरूरत है। इस आंदोलन में गरीब तबके के युवा नेता जिनका जमीर जिंदा है जिन्होने अपने भविश्य की चिंता नहीं करते हुए,समाज के प्रति अपना सर्वस्व दाव पर लगाते हुए वो नजर आए। इसमें सामाजिक कार्यकर्ता शिवरावन, पवनशाह सरयाम,मिथुन धुर्वे,गगन भलावी,दीपक सरयाम,राजा धुर्वे, गौतम इवनती,अतुल राजा उईके ऐसे हजारों स्वतंत्र युवा शामिल हुए,ऐसे कर्तृत्व वान नेतृत्व के पीछे आदिवासी समाज ने खड़े रहने की जरूरत है।
जिला अध्यक्ष प्रदीप भाऊ ने आगे बताया की भीम आर्मी/ आजाद समाज पार्टी छिंदवाड़ा ऐसे आदिवासी गोंडवाना स्वतंत्र युवा नेतृत्व के साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है, और उन्होंने आदिवासी समाज के युवा नेतृत्व को भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी में सदस्यता लेकर मजबूती से लड़ाई लड़ने का आव्हान किया।