
अतुल्य भारत चेतना
सत्येंद्र राजपूत
महोबा उदयपुरा। करपहाड़िया में बरसात के मौसम बच्चे स्कूल जाने के लिए तरसते है साथ ही मजरा के लोग अगर बीमार हो जाते है बड़ी मक्शक के बाद भगवान भरोसे अस्पताल पहुँच पाते है पुरवा के लोग कहते है रोड नही तो हम लोगो की दुनिया सूनी लगती है हमारा गाव विकास से कोसो दूर है। तथा बच्चो को शिक्षा नही मिल पा रही । रोड़ न होने से शिक्षक भी समय से विद्यालय नही पहुँच पाते रोड खराब होने के कारण कड़ी परिश्रम करने के बाद ही स्कूल पहुँच पाते है। परिवार के भरण पोषण के लिए राशन समग्री लाने मे के लिए भी सोचना पड़ता है। 6 सौ मीटर रोड खराब है और बरसात के मौसम मे मोटे की मिट्टी होने के कारण पैदल निकलने मे भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गाव तक वाहन पहुँच पाना लोहे के चने चबाने जैसा है। आप को बता दे की श्रीनगर क्षेत्र मे एक ऐसा गांव जहां बरसात के समय पैदल पहुंचना बहुत मुश्किल है पुरवा मे अगर कोई बीमार हुआ तो उन्हे बीमार लोगों को ले जाने वालों को बहुत ही संघर्ष करना पड़ता है तथा स्कूली बच्चों और शिक्षकों को तो बड़ी ही मशक्कत करनी पड़ती है। कबरई विकासखण्ड के पिपरामाफ़ ग्राम पंचायत मे एक मजरा है। उदयपुरा से कर्रपहरिया तक 600 मीटर सीसी सड़क बनवा दी जाय तो यहाँ की समस्या का समधान हो जाएगा तथा अभी हाल यदि लाल मिट्टी का मोरंग ही डलवा दिया जाए तो समस्याओं से राहत मिल सकती है। वहा की (मोटे )की मिट्टी होने के कारण बरसात में वाहन से आना जाना तो ठीक पैदल चलना मुश्किल हो जाता है एवं फिलहाल घूमकर एक और रास्ता इस गांव के जाने के लिए कंचनपुरा से है लेकिन वहा की सड़क पूर्णतः उखड़ कर भृस्टाचार की भेट चढ़ चुकी है। बनने के बाद उसकी आज तक किसी ने सुध नही ली है। ना ही मरम्मत हुई है
गांव के रविंद्र का कहना है कि चुनाव मे तो सभी नेता आते है और वादा करते है आप के मजरा तक रोड बनवा देगे लेकिंग वोट पड़ जाने के बाद तथा जीतने के बाद कोई नही दुबारा यहाँ आता नही पुरवा तक रोड बन सका है बरसात के मौसम मे जीना दूभर रहता है। बताया कि उनका गांव नजदीकी गाव ननोरा से जुड़ा है वहीं बच्चे आठवी के बाद पढ़ने जाते है जो कि कंचनपुरा से बहुत दूर पड़ता है जबकि कर्रपहरिया से नजदीक और आसान है अतः 600 मीटर सीसी रोड बनवा दी जाय और कंचनपुरा से बच्चे पढ़ने आते है तो उस सड़क की मरम्मत करा दी जाय। तथा गांव में प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय दो स्कूल है जिसमे गांव के अलावा कंचनपुरा और कर्रपहरिया से बच्चे पढ़ने आने एवं शिक्षकों को आने जाने में बहुत परेशानी होती है। गाव की जनता ने तथा स्कूल के बच्चों ने डीएम से गुहार लगाते हुए गाव तक सड़क बनवाए जाने की मंगा की है। तथा समस्या से छुटकरा दीलाए जाने की गुहार भी लगा रहे है।