



अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर,
ऐतिहासिक नगरी रतनपुर के महामाया पारा वार्ड क्रमांक 03 में इन दिनों डायरिया का प्रकोप बढ़ते जा रहा है। दो दिनों में ही यहां 50 से 60 लोग डायरिया से प्रभावित हुए है। जिनका ईलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर में चल रहा है। सी एच सी प्रभारी डॉ. विजय चंदेल के नेतृत्व में इनका इलाज किया जा रहा है। कुछ गंभीर मरीजों को बिलासपुर रिफर किया गया है। बता दें कि यह विकट समस्या स्थानीय प्रशासन के उदासीन रवैये के वजह से ही खड़ा हुआ है।नगर के सभी मोहल्लों में इन दिनों साफ – सफाई की व्यवस्था चरमराई हुई है।साथ ही बरसात के शुरूआती दिनों में डायरिया की यह समस्या स्थानीय नगर प्रशासन के सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है l गन्दगी से बजबजाती नालियों से पानी की निकासी नही हो रही है, जिससे बदबू के वजह से इस तरह की बीमारी फैल रही है। साथ ही पीने की पानी भी खराब आ रहा है । जगह जगह पाइप लाइन टूटा हुआ है जिसके चलते पानी दूषित हो रहा है और इसे पीकर लोग बीमार हो रहे हैं।समय रहते यदि इन सब बातों पर ध्यान नही दिया गया तो नगर वासियों का स्वास्थ्य और भी खराब हो सकता है। इसके साथ ही नगर में काफी दिनों से फ़ास्ट फूड के ठेलों की बाढ़ आ गई है l इनके संचालकों का न कोई ठोस पता ठिकाना है, और न ही ये कहा से आकर ठेलो में क्या परोस रहे है, इसका पता है। स्थानीय प्रशासन केवल इनसे राजस्व वसूलने तक ही सीमित है। इन ठेलो से भी बीमारियां परोसी जा रही है। इन ठेलो में कई दिनों के बांसी चाउमीन, मंचूरियन, पास्ता, मोमोस आदि परोसे जा रहे है। साथ ही साफ सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नही रखा जा रहा है। इसके अलावा इन ठेले वालों की कोई ठोस शिनाख़्त तक नही की जा रही है, कि ये कहा के रहने वाले है और कहा रुके हुए है क्या समान बेच रहे है। वहीं इनके द्वारा बेचे जाने वाले समान मानक स्तर के अनुसार बनाये जा रहे या नही इसकी कोई जांच नही की जाती। यहां डायरिया फैलने की जानकारी मिलते ही जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभात श्रीवास्तव रतनपुर पहुंचे और सीएचसी का जायजा लिया और सभी मरीजों का समुचित इलाज करने का निर्देश दिए तथा समस्त डायरिया मरीजों का हाल जाना एवं पूरे अस्पताल का निरीक्षण कर उन्होंने पाया कि, अस्पताल में भर्ती प्रसुताओं को समय पर भोजन नही मिल रहा है इस पर उन्होंने ठेकेदार को फोन कर फटकार लगाई और उनको समय पर भोजन देने को कहा l