अतुल्य भारत चेतना।
2023 के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। इसकी औपचारिक घोषणा रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने कर दी है। यह पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों पियरे एगोस्टिनी, फेरेन्क क्रॉस्ज और ऐनी एल’हुइलियर को उनके अभूतपूर्व प्रयोगों के लिए दिया गया है,

जो मानवता को परमाणुओं और अणुओं के भीतर इलेक्ट्रॉनों की जांच करने के लिए शक्तिशाली उपकरण प्रदान करते हैं। पियरे एगोस्टिनी, फेरेन्क क्रॉस्ज और ऐनी एल’हुइलियर ने अपने प्रयोगों में दिखाया है कि प्रकाश की बेहद छोटी तरंगे कैसे उत्पन्न की जाती हैं। इसका उपयोग उन तीव्र प्रक्रियाओं को मापने के लिए किया जा सकता है, जिनमें इलेक्ट्रॉन गति करते हैं या ऊर्जा में बदलते हैं।
भौतिकी में नोबेल पुरस्कार स्टॉकहोम, स्वीडन की रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा प्रदान किया जाता है। पुरस्कारों में स्वर्ण पदक, प्रमाणपत्र तथा 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर या दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

×××××××××××××××××××××××××××××××
