पुष्प वर्षा के साथ कुन्ज गलियों में हुआ भव्य स्वागत
अतुल्य भारत चेतना
दिनेश सिंह तरकर
वृन्दावन। अखिल भारतीय श्रीपंच राधावल्लभीय निर्मोही अखाड़ा बड़ा रासमण्डल में श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज के सानिध्य में 108 कलश के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो कि बड़ा रासमण्डल से वृन्दावन की कुन्ज गलियों में होते हुए निकली, कुन्ज गलियों में जगह-जगह पर नगर वासियों द्वारा पुष्प वर्षा एवं माला-पटुका पहनाकर कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। साथ ही नगर वासियों ने शोभायात्रा में सम्मिलित हुए भक्तजनों के लिए जगह-जगह पर ठंडाई व शरबत की व्यवस्था भी की। वृन्दावन की कुन्ज गलियों में “जय जय राधावल्लभ श्री हरिवंश” नामधुनी पर गाजे-बाजे के साथ महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर नगर की परिक्रमा लगाते हुए जमकर नृत्य किया। शोभायात्रा में अलग-अलग अखाड़ों के “निशान” चिन्ह के साथ साधुओं ने अपने-अपने करतब दिखाए।

श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज के साथ-साथ शोभायात्रा में महंत सुन्दरदास महाराज, महंत सच्चिदानंद महाराज, महंत दम्पति शरण महाराज, कथाव्यास लालन महाराज सहित वृन्दावन धाम के साधु-संतों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। शोभायात्रा लोहई बाजार व कुन्ज गलियों में होते हुए बड़ा रासमण्डल पहुंची। शुक्रवार के दिन अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। व्यासपीठ पर विराजमान प्रेमधन लालन महाराज ने कथा के प्रथम दिवस में अपने मुखारबिन्द से श्रोताओं को ब्रज रज की महिमा बताते हुए श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराया। आपको बता दें कि वैशाख के महीने में हरिवंश महाप्रभु के प्राकट्योत्सव के उपलक्ष्य में बड़ा रासमण्डल वृन्दावन धाम में 10-16 मई तक प्रतिदिन सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 135 ब्राह्मणों द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का मूलपाठ एवं शाम 4 बजे से 7 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
subscribe our YouTube channel