अतुल्य भारत चेतना
आशा रावत
देहरादून। कोटड़ा संतूर स्थित रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार, दिनांक 09 मई 2024 को डॉ० मुक्ति भटनागर सुभारती स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स व फैशन डिजाइन विभाग द्वारा ‘ललित कला एवं फैशन डिजाइनिंग की खोज-परंपरा से प्रवृत्ति तक एक भारतीय संभावना विष्यक छः दिवसीय विशेष राष्ट्रीय कार्यशाला के चौथे दिन विशेषज्ञ डॉ० सुनील कुमार विश्वकर्मा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी ने चाइनिज तकनीकी से साधू का चित्रण कर सभी का मन मोह लिया और चाइनिज तकनीक के बारे में विस्तार से चर्चा कर विद्यार्थियो को उसकी बारिकियो से अवगत कराया।

डॉ० सुनिल जी ने कार्यशाला में चित्र राईस पेपर पर वाटर कलर एवं चाइनिज ब्लैक इंक से बहुत ही सुन्दर आकृति चित्रण कर सभी का मन मोह लिया एवं चाइनिज आर्ट के भिन्न-भिन्न तकनीक जैसे बम्बू, फलावर, सांड, गुलाब की फूल पत्तिया तथा प्रोजेक्टर पर अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन कर सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की और रंगों के माध्यम से पीडित मनुष्य की आर्ट थैरेपी कैसे की जाती है अपने व्याख्यान में पूर्ण रुप से समझाया।
इस अवसर पर डॉ० मुक्ति भटनागर सुभारती ऑफ फाइन आर्टस एवं फैशन डिजाइन विभाग की निदेशिका श्रीमति अवनी कमल जी ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति देकर ललित कला एवं फैशन डिजाइनिंग विभाग के कर्मचारियों एवं विद्यार्थियो को अनुग्रहित किया। विभाग के विभागाध्यक्ष श्री संतोष कुमार जी ने विशेषज्ञ डॉ० सुनील कुमार जी को उनके द्वारा दिये गये बहुमूल्य समय एवं विद्यार्थियों को प्रेरणा स्वरुप दिये गये आर्शीवचन के लिए हृदय से आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शैक्षिक कार्मचारी डॉ० रिता तिवारी श्रीमती गीतिका शर्मा, श्री बढ़े आलम, श्री मनोज राणा, श्री अंकुश, श्री दीपक सिंह श्रीमती अदिती बुडोला, कुमारी शैफाली नेगी, रश्मी एवं सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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