अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर। ऐतिहासिक नगरी रतनपुर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रामनवमी की रात्रि हनुमान जी की पारंपरिक शोभायात्रा निकाली गई। नगर का सबसे बड़ा मोहल्ला करैहापारा से मराठा शासन के समय से रात्रि कालीन हनुमानजी की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है।

यह यहां की एक अनूठी परंपरा है जिसमें संपूर्ण करैहापारा के लोग बड़े ही श्रद्धा भाव से सहयोग करते हुए यात्रा में शामिल होते हैं। इसके अंतर्गत मराठा शासक बिम्बाजी राव भोसले द्वारा पुनर्स्थापित राम टेकरी पहाड़ी में स्थित राम पंचायतन मंदिर में विराजित चंदन काष्ठ से निर्मित हनुमान जी की प्राचीन प्रतिमा को अष्टमी के दिन सुबह उतारकर करैहापारा अंतर्गत बेदपारा मोहल्ले में लाया जाता है,

जहां रात में मानस गायन होता है। रामनवमी को शाम 5.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक रामायण गायन चलता है इस बीच हनुमान जी को सजा संवारकर पूजा की जाती है। फिर भजन कीर्तन के साथ हनुमान जी की भव्य शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा के दौरान हनुमान जी को श्रीफल भेंट कर घर घर पूजा की गई।

संपूर्ण करैहापारा होते हुए यह शोभायात्रा रात्रि 3.00 बजे महामाया पारा पहुंची जहां मोहल्ले के लोगों ने हनुमानजी की पूजा अर्चन किया और फल , शरबत आदि वितरित किए। यहां राम मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित महेश महराज , कान्हा महराज के घर के पास पूजा हुई, तत्पश्चात बाजार पारा, रजहापारा में लोगों ने शोभायात्रा का स्वागत किया और हनुमानजी की पूजा अर्चना किये। फल, मिष्ठान, ठंडा जल वितरित किए गए। फिर रजहापारा होते हुए शोभायात्रा ऐतिहासिक वृद्धेश्वर महादेव मंदिर पहुंची जहां हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना की गई।

उसके पश्चात पहाड़ी की सीढ़ियां चढ़ते हुए शोभायात्रा राम पंचायतन मंदिर पहुंची, जहां हनुमान जी अपने अराध्य भगवान श्री राम का दर्शन किये फिर शोभायात्रा का विसर्जन किया गया। और हनुमान जी अपने स्थान पर पुनः विराजित हुए। इस शोभायात्रा में नगर एवं मोहल्ले के लोगों ने हजारों की संख्या में शामिल होकर हनुमान जी का दर्शन लाभ प्राप्त किया।
Subscribe aur YouTube channel