भारत नेपाल सीमा क्षेत्र रूपईडीहा में आए दिन बीएसएनएल का नेटवर्क ध्वस्त रहने से लोग परेशान हैं। रुपईडीहा बीएसएनएल कार्यालय पर कोई भी सरकारी कर्मचारी की तैनाती न होने से समस्या जस की तस बनी रहती है।यहां बिजली जाते ही नेटवर्क चला जाता है।उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले यहां जेनेरेटर की व्यवस्था रहती थी, परंतु अब वह भी नज़र नही आ रहा। एक ओर जहां बीएसएनएल ब्रॉडबैंड,फाइबर और अब बीएसएनएल नेटवर्क पर लोगों का एक-दूसरे से बात तक करना मुश्किल हो गया है वही लोगों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों से कई बार इन समस्याओं की शिकायत की गई, लेकिन कोई इसे गंभीरता से नहीं लेता। हालत यह है कि आए दिन नेटवर्क की समस्या से आजिज आए ग्राहकों की संख्या भी दिन पर दिन कम होती जा रही है। लोग अब निजी नेटवर्क का सहारा लेने लगे हैं, और दूसरे प्राइवेट कंपनियों के नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। यह वही बीएसएनएल कंपनी है जो भारत के कई पड़ोसी देशों को अपना नेटवर्क देकर वहां की संचार व्यवस्था को बखूबी चला रही है। यहाँ तक कि अभी कुछ दिन पहले ही भारतीय चंद्रयान मिशन -3 को सफलता पूर्वक चंद्रमा पर उतारने में जिस कंपनी के संचार माध्यम का इस्तेमाल किया गया, वह भी बीएसएनएल ही था। मोबाइल के माध्यम से जे टी ओ नफीस कुरैशी से बीएसएनएल के अधिकारियों की बात हुई तो उन्होंने बताया कि बैटरी खराब हो चुकी है, आगे लिखकर भेज दिया गया है बैटरी आने पर ही सुधार होगा।
